ओसाकाः जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने जापान के ओसाका पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स देशों के साथ अनौपचारिक बैठक में आतंकवाद के मुद्दे पर नाम लिए बिना पाकिस्तान पर निशाना साधा है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने कम कीमत पर तेल और गैस की उपलब्धता पर जोर देते हुए एक तरफा फैसले थोपने के लिए परोक्ष रूप से अमेरिका पर भी सवाल उठाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि आतंकवाद मानवता के लिये सबसे बड़ा खतरा है जो न सिर्फ बेगुनाहों की हत्या करता है बल्कि आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता को भी बुरी तरह प्रभावित करता है. ओसाका में ब्रिक्स नेताओं की अनौपचारिक बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद और जातिवाद का किसी भी जरिए से समर्थन बंद करने की जरूरत है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में जोर देते हुए कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर एक ग्लोबल कॉन्फ्रेंस होने चाहिए.पीएम मोदी ने कहा कि विकास और पर्यावरण को समावेशी होना चाहिए. क्लाइमेंट चेंज हमारे लिए ही नहीं बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए भी चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि विकास तभी सही मायनों में विकास है जब वह असमानता घटाए और सशक्तिकरण में योगदान दे. साथ ही उन्होंने आतंकवाद को विश्व के लिए खतरा करार दिया.
Taking forward the BRICS spirit.
PM @narendramodi along with other #BRICS leaders exchanged views on regional, multilateral & global cooperation. PM put forward a 5-point approach to address common challenges facing the world.
PM’s full remarks are at https://t.co/ntmBL72xH1 pic.twitter.com/9Ehl7bzCaY
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) June 28, 2019
बता दें कि ब्रिक्स देशों की बैठक में पीएम मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से मुलाकात की. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के ओसाका में चल रही जी-20 समिट में सउदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर बात की.
An invaluable strategic partner.
PM @narendramodi met with Crown Prince of Saudi Arabia Mohammed bin Salman Al Saud on the margins of the #G20. Discussed deepening cooperation in trade & investment, energy security, counter terrorism, among other areas. pic.twitter.com/PdSqk9riP5
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) June 28, 2019