इस्लामाबाद : भारत और पाकिस्तान की सिविल सोसाइटी के कार्यकर्ताओं ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच मतभेदों को दूर करने के लिए यहां दो दिवसीय ‘ट्रैक-2′ वार्ता में हिस्सा लिया. इस्लामाबाद के थिंक टैंक रीजनल पीस इंस्टीट्यूट ने यह वार्ता आयोजित की थी. करतारपुर गलियारा परियोजना पर रविवार को अटारी-वाघा सीमा पर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच रविवार को होने वाली बैठक से पहले इसका आयोजन किया गया.
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हालांकि, वार्ता के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन थिंक टैंक के मुख्य अधिकारी रऊफ हसन ने एक ट्वीट में कहा कि दोनों देश शांति बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं. आयोजकों ने बताया कि भारत से छह प्रतिनिधियों ने शुक्रवार और शनिवार को हुई बातचीत में हिस्सा लिया तथा उन्होंने सुरक्षा, कारोबार और दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क जैसे मुद्दों पर चर्चा की.
दरअसल, पुलवामा आतंकी हमले के बाद इस तरह की यह पहली बातचीत थी. इस हमले ने दोनों देशों को युद्ध के कगार पर पहुंचा दिया था. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे. ‘ट्रैक-2′ वार्ता का दूसरा दौर इस साल सितंबर में नयी दिल्ली में होगा. गौरतलब है कि ‘ट्रैक-2′ वार्ता के तहत दो देशों के नागरिकों या नागरिकों के समूहों के बीच गैर सरकारी, अनौपचारिक और अनाधिकारिक बातचीत की जाती है. इसका उद्देश्य विश्वास बहाल करना होता है.