लंदन के पूर्व मेयर बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री चुने गये, विदेश मंत्री के रूप में भी कर चुके हैं काम
लंदन : बोरिस जॉनसन कंजरवेटिव पार्टी के नेता और ब्रिटेन के नये प्रधानमंत्री चुन लिये गये हैं. उनकी पार्टी ने मंगलवार को यह घोषणा की. लंदन के पूर्व मेयर और ब्रिटेन के पूर्व विदेश मंत्री जॉनसन को 10 डाउनिंग स्ट्रीट की लड़ाई में 92,153 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी जेरेमी हंट को 46,656 वोट मिले. […]
लंदन : बोरिस जॉनसन कंजरवेटिव पार्टी के नेता और ब्रिटेन के नये प्रधानमंत्री चुन लिये गये हैं. उनकी पार्टी ने मंगलवार को यह घोषणा की. लंदन के पूर्व मेयर और ब्रिटेन के पूर्व विदेश मंत्री जॉनसन को 10 डाउनिंग स्ट्रीट की लड़ाई में 92,153 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी जेरेमी हंट को 46,656 वोट मिले. ब्रेक्जिट मुद्दे पर प्रधानमंत्री पद से टेरीजा मे के इस्तीफे की घोषणा के बाद नये प्रधानमंत्री का निर्वाचन जरूरी हो गया था.
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बोरिस जॉनसन को ब्रेग्जिट का प्रबल समर्थक माना जाता है और उन्होंने इसके पक्ष में जमकर अभियान चलाया था. मौजूदा प्रधानमंत्री टेरीजा मे अब क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय को अपना इस्तीफा भेजने से पहले हाउस ऑफ कॉमंस में बतौर प्रधानमंत्री आखिरी बार सवालों का सामना करेंगी.
बोरिस जॉनसन ऐसे वक्त में ब्रिटेन की सत्ता संभालने जा रहे हैं, जब ब्रेग्जिट को लेकर अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है. उनके सत्ता संभालने से पहले ही उन्हें पार्टी में मुखालफत का सामना करना पड़ा है. चांसलर फिलिप हैमंड समेत कई प्रमुख कैबिनेट मंत्री पहले ही यह कह चुके हैं कि जॉनसन के नेतृत्व में काम करने से बेहतर है कि वे इस्तीफा दे देंगे.
दरअसल, फरवरी, 2015 के दौरान लंदन के तत्कालीन मेयर बोरिस जॉनसन ब्रिटेन के प्रति प्रतिबद्धता जाहिर करने के लिए अपनी अमेरिकी नागरिकता छोड़ना पड़ा था. उस वक्त उनके पास ब्रिटेन के साथ-साथ अमेरिकी नागरिकता भी थी. उस वक्त जब उनकी नागरिकता को लेकर ब्रिटेन में विवाद पैदा हुआ था, तब उन्होंने संडे टाइम्स को दिये एक साक्षात्कार में बताया था कि अमेरिका में पैदा होना महज एक संयोग था और इससे बाहर निकलने के लिए उन्होंने रास्ता निकाल लिया है.
इतना ही नहीं, अमेरिका में जन्मे लंदन के पूर्व मेयर को अपनी दोहरी नागरिकता की वजह से अमेरिका में टैक्स देने के लिए मजबूर होना पड़ा था. दरअसल, कंजरवेटिव पार्टी के नेता बोरिस जॉनसन का जन्म वर्ष 1964 में अमेरिका के मैनहट्टन में हुआ था. वर्ष 2012 में उनके पासपोर्ट को नये सिरे से जारी किया गया था, जबकि इसके पहले उन्होंने कहा था कि वे पासपोर्ट छोड़ देंगे.