अब्दुल कलाम टेक्नोलॉजी इनोवेशन फेलोशिप 2019-20 के लिए आवेदन आमंत्रित, ये है आवश्यक योग्यता
नयी दिल्ली: हाल के वर्षों में भारत ने विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में काफी तरक्की की है. सरकार इस दिशा में उल्लेखनीय प्रयासों को बढ़ावा भी दे रही है. वैज्ञानिक शोधों को काफी प्रोत्साहित किया जा रहा है. इस दिशा में अहम है अब्दुल कलाम टेक्नोलॉजी इनोवेशन नेशनल फेलोशिप. ये फेलोशिप इंडियन नेशनल अकादमी […]
नयी दिल्ली: हाल के वर्षों में भारत ने विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में काफी तरक्की की है. सरकार इस दिशा में उल्लेखनीय प्रयासों को बढ़ावा भी दे रही है. वैज्ञानिक शोधों को काफी प्रोत्साहित किया जा रहा है. इस दिशा में अहम है अब्दुल कलाम टेक्नोलॉजी इनोवेशन नेशनल फेलोशिप. ये फेलोशिप इंडियन नेशनल अकादमी ऑफ इंजीनियरिंग की ओर से दिया जाता है.
बता दें कि उत्कृष्ट भारतीय इंजीनियरों को नवाचार, इंजीनियरिंग और तकनीकी विकास के क्षेत्र में योगदान व मान्यता देने के लिए इंडियन नेशनल अकादमी ऑफ इंजीनियरिंग ने आवेदन आमंत्रित किया है. इसका उद्देश्य विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में कुछ नया करने की इच्छा रखने वालों को प्रोत्साहन देना है.
फेलोशिप पाने के लिये आवश्यक योग्यता
सार्वजनिक वित्त पोषित संस्थानों के विभिन्न विभागों में काम करने वाले वैसे इंजीनियर जो भारतीय नागरिक हों. आवेदक के पास पर्याप्त पेशेवर योग्यता होने के साथ-साथ कम से संबधित विषयों में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए. इसके अलावा उम्मीदवार के पास पुरस्कार पाने की तारीख से आगे कम से कम 5 साल की सेवा बची होनी चाहिए. आवेदक के पास कोई अन्य फेलोशिप नहीं होना चाहिये.
फेलोशिप के अंतर्गत संस्थान ये देगा
चयनित उम्मीदवारों को नियमति आय के अलावा 25 हजार रुपये प्रतिमाह दिया जायेगा. इसके अलावा उन्हें सलाना 15 लाख रुपये का अनुसंधान अनुदान मिलेगा. मेजबान संस्थान को भी प्रतिवर्ष 1 लाख रुपये की ओवरहेड राशि दी जायेगी. बता दें कि ये फेलोशिप योजना भारत सरकार के आईटी नियमों के अनुसार कर के दायरे में आता है.
कौन लोग कर सकते हैं आवेदन
इस फेलोशिप के लिये संस्थानों और संगठनों के प्रमुख, राष्ट्रीय विज्ञान एवं इंजीनियरिंग अकादमियों के अध्यक्षों, एसएस भटनागर पुरस्कार विजेता और जेसी बोस पुरस्कारकर्ता आवेदन कर सकते हैं. नामांकन वर्ष भर स्वीकार किए जाएंगे.
अब्दुल कलाम टेक्नोलॉजी इवोवेशन नेशनल फेलो का चयन फैलोशिप के दिशा-निर्देशों के मुताबिक विशेषज्ञों की समिति द्वारा किया जाता है.