नयी दिल्ली: कश्मीर के ताजा हालातों को लेकर विपक्षी पार्टियों ने विपक्ष के नेता की अध्यक्षता में बैठक करने का फैसला किया है. संभवत इस बैठक में सरकार के फैसले पर क्या प्रतिक्रिया दी जाए इस बारे में चर्चा किया जाएगा. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कश्मीर में सबकुछ शांति से चल रहा था लेकिन सरकार द्वारा पिछले दिनों उठाए गए कदमों से वहां हालात असामान्य हो गए हैं. इतनी बड़ी संख्या जवानों को वहां तैनात किए जाने से घाटी के लोगो में भय का माहौल है. गुलाम नबी आजाद ने आरोप लगाया कि सरकार बंदूक के दम पर वहां लोकतंत्र बहाल करना चाहती है जो कि सही नहीं है.
गुलाम नबी आजाद ने लगाया आरोप
कांग्रेस के नेता ने कहा कि पहले भी घाटी में उथल-पुथल जैसे हालात बनते थे. अलगाववादी नेताओं को हिरासत में लिया जाता था या फिर नजरबंद किया जाता था. लेकिन ये पहली बार है जब सरकार ने मुख्यधारा की पार्टियों के नेताओं को नजरबंद कर दिया है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों को नजरबंद किया जाना समझ से परे हैं.
बता दें कि कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, अंबिका सोनी और भुवनेश्वर कलिता ने कश्मीर मुद्दे को लेकर राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया.