जाकिर नाईक पर बड़ी कार्रवाई, मलेशिया में धार्मिक उपदेश देने पर लगा बैन
नयी दिल्ली/कुआलालंपुर: भगोड़े विवादित कट्टरपंथी उपदेशक जाकिर नाईक पर मलेशिया सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. जाकिर पर पूरे मलेशिया में भाषण देने पर रोक लगा दी गई है. अब मलेशिया में कहीं पर भी वह धार्मिक उपदेश नहीं दे पाएगा. जाकिर पर हिंदुओं और चीन के लोगों की भावनाएं आहत करने का आरोप है. […]
नयी दिल्ली/कुआलालंपुर: भगोड़े विवादित कट्टरपंथी उपदेशक जाकिर नाईक पर मलेशिया सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. जाकिर पर पूरे मलेशिया में भाषण देने पर रोक लगा दी गई है. अब मलेशिया में कहीं पर भी वह धार्मिक उपदेश नहीं दे पाएगा. जाकिर पर हिंदुओं और चीन के लोगों की भावनाएं आहत करने का आरोप है.
समाचार पत्र ‘मलय मेल’ की रिपोर्ट के मुताबिक मलेशिया भर में पुलिस को इस संबंध में सर्कुलर जारी किया गया है. रॉयल मलेशिया पुलिस के हेड ऑफ कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस दातुक असमावती अहमद ने भी इसकी पुष्टि की है.जाकिर नाईक मलेशिया में दिक्कतें बढ़ने के बाद अब कानूनी दाव पेंच की आड़ ले रहा है.
बता दें कि मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मुहम्मद तीन दिन पहले ये बयान दे चुके हैं कि अगर यह साबित हो गया कि नाईक की गतिविधियां मलेशिया के लिए नुकसानदेह हैं तो उसका स्थायी निवासी (परमानेंट रेज़िडेंट) दर्जा वापस लिया जा सकता है.
इससे पहले, सोमवार को उससे 10 घंटे तक पूछताछ हुई. इसी बीच, इस पूरे मसले पर जाकिर ने अब गिड़गिड़ाते हुए माफी मांगी है. जाकिर ने अपने बयान में कहा कि मैं हमेशा से शांति का समर्थक रहा हूं, यही कुरान का मतलब है. पूरी दुनिया में शांति फैलाना मेरा मिशन रहा है. दुर्भाग्य से मेरे आलोचक, मेरे इस मिशन को रोकने का प्रयास कर रहे हैं.
आपने पिछले कुछ दिनों में देखा होगा कि मुझ पर देश में धार्मिक नस्लीय जहर फैलाने के आरोप लगाए जा रहे हैं और मेरे आलोचक कुछ सिलेक्टिव बातों को उठा रहे हैं. आज मैंने पुलिस के सामने अपना पक्ष रखा है.