वाशिंगटन : व्हाइट हाउस ने सोमवार को दावा किया कि हाल ही में सम्पन्न हुए जी-7 शिखर सम्मेलन में उठाये गये पांच प्रमुख मुद्दों में से एक मुद्दा भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने में मदद करना था. जी-7 शिखर सम्मेलन में शिरकत करने गए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सोमवार को देर रात अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप के साथ देश लौट चुके हैं.
जी-7 का आयोजन फ्रांस के बिआरित्ज शहर में 24 से 26 अगस्त के बीच किया गया था.
व्हाइट हाउस ने कहा कि जी-7 में उठाये गये पांच बड़े मुद्दे थे- एकता का संदेश देना, एक अरब डॉलर के व्यापार सौदे की सुरक्षा, अमेरिका-मेक्सिको-कनाडा समझौते (यूएसएमसीए) को आगे बढ़ाना, यूरोप के साथ मजबूत व्यापार संबंध विकसित करना और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम करना. उसने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता की जरूरत पर जोर दिया और हमारे देशों के बीच महान आर्थिक संबंध बनाने की बात भी की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर मुद्दे पर किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की गुंजाइश को सिरे से खारिज करते हुए सोमवार को कहा था कि यह भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दा है और ‘‘हम किसी तीसरे देश को परेशान नहीं करना चाहते.” ट्रंप ने तत्काल इसका समर्थन किया था. हाल ही में उन्होंने मध्यस्थता की पेशकश की थी. बाद में ट्रंप ने कहा कि उन्होंने और मोदी ने बीती रात कश्मीर के बारे में ‘‘काफी विस्तार” से बात की और उन्हें लगता है कि भारत और पाकिस्तान खुद ही इसका समाधान कर सकते हैं.
व्हाइट हाउस ने एक ट्वीट में कहा कि मोदी के साथ बैठक के दौरान ट्रंप ने अफगानिस्तान में एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में भारत की भूमिका को स्वीकार किया. व्हाइट हाउस ने ट्विटर पर मोदी और ट्रंप की तस्वीरें भी साझा की थी, जिसमें दोनों नेता काफी खुश नजर आ रहे हैं.