सैन फ्रांसिस्कोः दिग्गज आईटी कंपनी गूगल के पूर्व इंजीनियर पर कंपनी की बिना ड्राइवर चलने वाली कार परियोजना से जुड़ी गोपनीय जानकारियां चुराने के मामले में आपराधिक आरोप लगे हैं. यह इंजीनियर बाद में उबर के लिए काम करने लगा. संघीय अभियोजन पक्ष के मुताबिक, यदि एंथनी लेवनडाउस्की आरोपों में दोषी साबित होता है तो उसे 10 साल तक की जेल और नियमों के प्रत्येक उल्लंघन के लिये ढाई लाख डॉलर का जुर्माना देना होगा.
अमेरिकी अटॉर्नी डेविड एंडरसन ने कहा कि हम सभी को नौकरी बदलने का अधिकार है लेकिन किसी को भी कंपनी से बाहर जाते हुये अपनी जेब भरने का अधिकार नहीं है. एंडरसन ने व्यापार से जुड़ी गोपनीय जानकारी चुराने के प्रयास और चोरी के 33 मामलों की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि चोरी नवाचार नहीं है. लेवनडाउस्की (39) गूगल की बिना डूाइवर अपने आप चलने वाली कार परियोजना वायमो पर काम कर रहे समूह का संस्थापक सदस्य था.
वह साल 2009 से इस परियोजना पर काम कर रहा था और उसने बिना नोटिस दिए जनवरी 2016 में गूगल से इस्तीफा दे दिया था. उसने अपना खुद का स्टार्टअप ‘ ओटो ‘ शुरू करने के लिए गूगल छोड़ा था. जिसका बाद में उबर ने अधिग्रहण कर लिया था.
चोरी का यह मामला तब सामने आया जब वायमो ने एक दिवानी मामले में उबर पर उसके व्यावसायिक गोपनीय बातों को चुराने का आरोप लगाया. यह मामला दोनों कंपनियों के बीच आपसी सहमति के बाद पिछले साल निपट गया. इसके बाद लेवनडाउस्की को उबर ने 2017 में कंपनी से निकाल दिया.