लंदन : यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर निकलने के लिए होने वाले अहम मतदान से पहले कंजरवेटिव पार्टी के एक सांसद के दल-बदल कर ‘ब्रेक्जिट’ विरोधी लिबरल डेमोक्रेट पार्टी में शामिल हो जाने से प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को संसद में अपना बहुमत खो दिया.
गर्मियों के लंबे अवकाश के बाद सांसदों के साथ होने वाली चर्चा के लिए जॉनसन के हॉउस ऑफ कामंस पहुंचते ही फिलिप ली ने दल-बदल कर लिया. जॉनसन ने जैसे ही सदन को संबोधित करना शुरू किया, ब्रैकनेल सांसद फिलिप ली विपक्षी दल की सीट पर जा कर बैठ गये. ली ने एक बयान में कहा, जिस पार्टी में मैं 1992 में शामिल हुआ वह मेरी पार्टी नहीं रही, मैं आज उसे छोड़ रहा हूं. उन्होंने अपनी पुरानी पार्टी पर राजनीतिक रूप से चीजों को प्रभावित करने, धौंस देने और झूठ का सहारा लेने का आरोप लगाया. पूर्व न्याय मंत्री ने कहा कि सरकार असैद्धांतिक तरीके से ब्रेक्जिट को नुकसान पहुंचा रही है और लोगों के जीवन एवं आजीविका को जोखिम में डाल रही है.
ली ने जॉनसन को लिखे एक पत्र में कहा है कि कंजरवेटिव पार्टी एक संकुचित धड़ा बन गयी है जिसमें किसी की वफादारी इस बात से मापी जाती है कि वह कितनी लापरवाही से यूरोपीय संघ को छोड़ना चाहता है. इस बीच, डाउनिंग स्ट्रीट ने संकेत दिया है कि जॉनसन अक्तूबर में आम चुनाव कराये जाने के लिए तैयार हैं. कुछ दिन पहले ही बोरिस जॉनसन ने ब्रेक्जिट की समयावधि तक संसद को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा था और महारानी ने इसे मंजूरी भी दे दी थी. बता दें कि बोरिस जॉनसन ब्रेक्जिट के समर्थक हैं. उन्होंने कहा, कोई ऐसा कारण नहीं है कि ब्रेक्जिट में देरी स्वीकार की जाये.