Loading election data...

ईरान ने दी चेतावनी : यूरोप के अब भी काफी बचा है परमाणु समझौते में नयी शर्तों को जोड़ने का समय

तेहरान : ईरान 2015 के अपने परमाणु समझौते का उल्लंघन करते हुए यूरेनियम को समृद्ध करने के लिए उन्नत सेंट्रीफ्यूज का इस्तेमाल कर रहा है. एक प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए चेतावनी दी कि समझौते को बचाने के लिए यूरोप के पास नयी शर्तों की पेशकश की खातिर काफी कम समय बचा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 7, 2019 6:20 PM

तेहरान : ईरान 2015 के अपने परमाणु समझौते का उल्लंघन करते हुए यूरेनियम को समृद्ध करने के लिए उन्नत सेंट्रीफ्यूज का इस्तेमाल कर रहा है. एक प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए चेतावनी दी कि समझौते को बचाने के लिए यूरोप के पास नयी शर्तों की पेशकश की खातिर काफी कम समय बचा है. ईरान के आणविक ऊर्जा संगठन के बेहरूज कमालवंदी के बयान से संकेत मिलते हैं कि अगर ईरान परमाणु हथियार बनाना चाहता है, तो विशेषज्ञों के अनुमान के मुताबिक, अब वह एक वर्ष से कम समय में पर्याप्त सामग्री जुटा लेगा.

इसे भी देखें : ईरान परमाणु समझौता बचाने की कवायद में जुटे फ्रांस के राष्ट्रपति

ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण है. ईरान ने समझौते में तय यूरेनियम संवर्द्धन की सीमा और भंडारण का उल्लंघन किया है, जबकि उसका कहना है कि कठोर अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद अगर यूरोप इसके कच्चे तेल बेचने का तरीका ढूंढ लेता है, तो वह समझौते की शर्तों की तरफ तुरंत लौट आयेगा. बहरहाल, ईरान की मंशा पर यूरोप में सवाल उठने की संभावना है.

इसका कारण यह है कि एसोसिएटेड प्रेस को प्राप्त सैटेलाइट फोटो में तेल का एक टैंकर दिख रहा है, जिसके बारे में तेहरान ने कथित तौर पर वादा किया था कि वह सीरिया नहीं जायेगा, जबकि वह अब भी उसके तट पर है. हरमुज जलडमरूमध्य के नजदीक तेल के टैंकरों पर हाल के महीनों में रहस्यमयी हमले, अमेरिका के एक सैन्य निगरानी ड्रोन को ईरान द्वारा मार गिराये जाने और मध्य-पूर्व में अन्य घटनाओं के बाद ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ गया है.

कमालवंदी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हमारा भंडारण तेजी से बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि वे जागेंगे. समझौते में ईरान पर प्रतिबंधों में राहत के बदले उस यूरेनियम संवर्द्धन को सीमित करना है. इन पाबंदियों में ईरान को पहली पीढ़ी के केवल 5060 आईआर- 1 सेंट्रीफ्यूज का इस्तेमाल करना था. सेंट्रीफ्यूज एक उपकरण है, जो यूरेनियम हेक्साफ्लूराइड गैस को तेजी से घूमाकर यूरेनियम को उन्नत बनाता है.

कमालबंदी ने कहा कि ईरान ने आज 20 आईआर-6 सेंट्रीफ्यूज और अन्य 20 आईआर-4 सेट्रीफ्यूज का इस्तेमाल करना शुरू किया है. ईरान के अधिकारियों का कहना है कि आईआर-4 पांच गुना तेजी से उत्पादन करता है. ईरान ने अपने संवर्द्धन को बढ़ाकर 4.5 फीसदी तक कर लिया है, जबकि समझौते के तहत उसे 3.67 फीसदी तक की अनुमति है. उन्नत सेंट्रीफ्यूज का मतलब है कि उसे संवर्द्धन को आगे बढ़ाने के लिए कम समय की जरूरत होगी.

कमालबंदी ने कहा कि ईरान के पास 20 फीसदी से अधिक यूरेनियम संवर्द्धन करने की क्षमता है. विशेषज्ञों का कहना है कि 20 फीसदी छोटा तकनीकी कदम है और हथियार स्तर के लिए आवश्यक 90 फीसदी संवर्द्धन से यह काफी कम है. कमालबंदी ने कहा कि इस्लामिक गणराज्य बम नहीं बनाना चाहता है. उन्होंने चेतावनी दी कि समझौते में बने रहने के लिए ईरान के पास कम रास्ते बचे हैं. उन्होंने कहा कि अगर यूरोप कोई निर्णय करना चाहता है, तो उसे जल्द करना चाहिए.

कमालबंदी ने कहा कि ईरान और संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षकों को देश में परमाणु स्थलों की निगरानी करने देना जारी रखेगा. संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के एक शीर्ष अधिकारी रविवार को तेहरान में ईरान के अधिकारियों से मुलाकात कर सकते हैं.

Next Article

Exit mobile version