डोनाल्ड ट्रंप का बयान- भारत-पाक के बीच कम हुआ तनाव, दोनों देश चाहें तो मध्यस्थता को तैयार

वाशिंगटनः अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि हालिया घटनाक्रम के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच अब तनाव में कमी आई है. वाशिंगटन में मीडिया से बात करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच दो सप्ताह पहले जिस तरह की कटुता देखने को मिली थी उसमें अब कमी आई है. इसके […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2019 8:18 AM
वाशिंगटनः अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि हालिया घटनाक्रम के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच अब तनाव में कमी आई है. वाशिंगटन में मीडिया से बात करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच दो सप्ताह पहले जिस तरह की कटुता देखने को मिली थी उसमें अब कमी आई है. इसके साथ ही ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता का ऑफर एक बार फिर से दोहराया.
ट्रंप ने कहा कि दक्षिण एशिया के दोनों पड़ोसी देश चाहें तो वे मध्यस्थता के लिए तैयार हैं. बता दें कि फ्रांस में जी-7 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद ये पहली बार है जब भारत-पाकिस्तान के रिश्तों पर अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने कोई प्रतिक्रिया दी है. इस मुलाकात में पीएम मोदी ने ट्रंप के सामने दो टूक कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी मुद्दे पर तीसरे देश को कोई कष्ट करने की जरूरत नहीं है.
ट्रंप ने वॉइट हाउस में मीडियाकर्मियों से कहा, ‘आप जानते हैं कि कश्मीर को लेकर भारत और पाकिस्तान में टकराव है. मेरा मानना है कि 2 सप्ताह पहले जितना तनाव था उसमें अब कमी आई है. जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को भारत सरकार द्वारा निष्प्रभावी किए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है.
भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति के आकलन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा कि मुझे दोनों देशों का साथ बहुत अच्छा लगता है. यदि वो चाहें तो मैं उनकी मदद करना चाहता हूं. वे जानते हैं कि उनके सामने यह प्रस्ताव है.
ट्रंप पहले भी दे चुके प्रस्ताव, भारत ने किया खारिज
गौरतलब है कि 5 अगस्त को भारत ने जब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाया तो पाकिस्तान बौखला गया, इसके बाद दोनों देशों के बीच रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हो गए. पाकिस्तान ने अमेरिका से भी भारत की शिकायत कर भारतीय नेतृत्व पर दबाव बनाने की कोशिश की थी, लेकिन पाकिस्तान को कुछ हासिल नहीं हुआ.
तब ट्रंप ने कहा था कि कश्मीर एक ऐसा मुद्दा है जिसे भारत और पाकिस्तान को मिलकर सुलझाना चाहिए. इससे पहले जुलाई में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के अमेरिकी दौरे के दौरान ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर दोनों देशों के बीच मध्यस्थता का प्रस्ताव रखा था. भारत ने तुरंत इसे द्विपक्षीय मुद्दा बताते हुए प्रस्ताव को खारिज कर दिया था.

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