दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको पर ड्रोन हमला, तेल उत्पादन में भारी कटौती
रियादः सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री ने बताया कि अरामको कंपनी के दो संयंत्रों में उत्पादन का काम अस्थायी तौर पर रोक दिया गया है. यमन विद्रोहियों के हमले के बाद कंपनी का कम से कम आधा उत्पादन प्रभावित हुआ है. आधिकारिक सऊदी समाचार एजेंसी ने ऊर्जा मंत्री शहजादा अब्दुलअजीज के हवाले से बताया कि […]
रियादः सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री ने बताया कि अरामको कंपनी के दो संयंत्रों में उत्पादन का काम अस्थायी तौर पर रोक दिया गया है. यमन विद्रोहियों के हमले के बाद कंपनी का कम से कम आधा उत्पादन प्रभावित हुआ है. आधिकारिक सऊदी समाचार एजेंसी ने ऊर्जा मंत्री शहजादा अब्दुलअजीज के हवाले से बताया कि हमले की वजह से अब्कैक और खुरैस में अस्थायी तौर पर उत्पादन का काम रोक दिया गया है.
उन्होंने बताया कि इससे कुल उत्पादन 50 फीसदी तक प्रभावित होगा. वहीं सरकारी तेल कंपनी अरामको ने एक बयान में कहा, इन हमलों के कारण प्रति दिन 57 लाख बैरल कच्चे तेल का उत्पादन बंद रहेगा. अरामको के मुख्य कार्यकारी निदेशक अमीन नासेर ने कहा कि उत्पादन बहाल करने के लिए कार्य चल रहा है, अगले दो दिनों में इससे संबंधित और जानकारी दी जाएगी.
नासेर ने कहा इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ है. यमन में ईरान समर्थक हुती विद्रोहियों ने शनिवार को सऊदी में दो तेल संयंत्रों पर ड्रोन हमलों की जिम्मेदारी ली थी. समूह के अल-मसीरा टीवी ने यह जानकारी दी. अल-मसीरा ने कहा कि विद्रोहियों ने 10 ड्रोन विमानों के साथ बड़ा अभियान छेड़ा और इस दौरान पूर्वी सऊदी अरब में अब्कैक और खुरैस में रिफाइनरियों को निशाना बनाया गया.
अमेरिका ने ठहराया ईरान को जिम्मेदार
इसी बीच अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने इन हमलों के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया. पोम्पिओ ने कहा, ईरान ने दुनिया के ऊर्जा आपूर्ति पर अप्रत्याशित हमला किया. अमेरिका का मुख्य सहयोगी सऊदी अरब लगातार ईरान पर हुती विद्रोहियों को हथियार मुहैया कराने का आरोप लगाता आया है. वहीं ईरान इन आरोपों से इनकार करता रहा है.
मीडिया द्वारा जारी की गईं घटना की तस्वीरों में देखा जा सकता है कि अरामको की सबसे बड़ी रिफाइनरी वाले इलाके बकीक के ऊपर धुएं के गुब्बार और आग की लपटें देखी गई है. इसके अलावा दूसरा ड्रोन हमला खुरैस तेल क्षेत्र में हुआ. धमाके के बाद वहां आग लग गई. सरकारी मीडिया के मुताबिक, दोनों प्रतिष्ठानों में आग पर काबू पा लिया गया है. बता दें कि अरामको दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी है.