ऐसे बनाते थे नवजात बच्चों को अमरीकी नागरिक, पकड़े गए तो क़बूला अपना अपराध

<figure> <img alt="जन्म पर्यटन&quot; का रैकेट" src="https://c.files.bbci.co.uk/6ED8/production/_108867382_03d2c98d-3385-4ee1-b4f2-5d23876c937e.jpg" height="549" width="976" /> <footer>Getty Images</footer> </figure><p>अमरीका में चीन की एक महिला ने ‘बर्थ टूरिज़्म’ स्कीम चलाने के आरोपों पर अपना अपराध क़बूल किया है. वो पैसे के बदले चीनी दंपतियों को अमरीका में अपने बच्चे पैदा करने की सुविधा मुहैया कराती थी. </p><p>डोंगयुआन ली ने स्वीकार किया कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 19, 2019 10:40 PM

<figure> <img alt="जन्म पर्यटन&quot; का रैकेट" src="https://c.files.bbci.co.uk/6ED8/production/_108867382_03d2c98d-3385-4ee1-b4f2-5d23876c937e.jpg" height="549" width="976" /> <footer>Getty Images</footer> </figure><p>अमरीका में चीन की एक महिला ने ‘बर्थ टूरिज़्म’ स्कीम चलाने के आरोपों पर अपना अपराध क़बूल किया है. वो पैसे के बदले चीनी दंपतियों को अमरीका में अपने बच्चे पैदा करने की सुविधा मुहैया कराती थी. </p><p>डोंगयुआन ली ने स्वीकार किया कि उनकी कंपनी ने धनी चीनी नागरिकों को अमरीका में बच्चे पैदा करने में मदद की थी. </p><p>ली क्लाइंटों को प्रशिक्षित करती थी वे किस तरह से अमरीकी आव्रजन नियमों से बचें और अपना गर्भ छुपाएं.</p><p>उन्होंने इसके एवज में वायर ट्रान्सफ़र के ज़रिए 30 लाख अमरीकी डॉलर राशि की कमाई की. ली को दिसंबर में सज़ा सुनाई जाएगी. इस मामले में उन्हें 15 साल तक जेल की सज़ा हो सकती है. </p><p><strong>क्या थी स्कीम</strong><strong>?</strong></p><p>ली ने स्वीकार किया कि साल 2013 से 2015 के बीच उनकी कंपनी ने &quot;यू विन यूएसए वैकेशन सर्विसेज़&quot; चीनी नागरिकों को ये सिखाने के लिए 40,000 से 80,000 अमरीकी डॉलर वसूल किए थे, कि अमरीका में बच्चे कैसे पैदा करें. इनमें सरकारी अधिकारी भी शामिल थे.</p><p>इससे उन्हें अमरीकी नागरिकता का लाभ मिलता था.</p><p>अपनी वेबसाइट पर कंपनी ने पांच सौ से अधिक ग्राहक होने का दावा किया था. इसमें कहा ग​या है कि अमरीकी बनना &quot;सबसे आकर्षक राष्ट्रीयता&quot; है और इससे अमरीकी सरकार में नौकरियों की प्राथमिकता सुनिश्चित होगी.</p> <ul> <li><a href="https://www.bbc.com/hindi/international-46072133?xtor=AL-73-%5Bpartner%5D-%5Bprabhatkhabar.com%5D-%5Blink%5D-%5Bhindi%5D-%5Bbizdev%5D-%5Bisapi%5D">अमरीका के नागरिकता क़ानून को क्यों बदलना चाहते हैं ट्रंप?</a></li> <li><a href="https://www.bbc.com/hindi/international-49325949?xtor=AL-73-%5Bpartner%5D-%5Bprabhatkhabar.com%5D-%5Blink%5D-%5Bhindi%5D-%5Bbizdev%5D-%5Bisapi%5D">अमरीका: ग्रीन कार्ड पाना होगा और मुश्किल</a></li> </ul><figure> <img alt="डोनल्ड ट्रंप" src="https://c.files.bbci.co.uk/10B18/production/_108867386_93567eef-a1e3-484b-806f-b1089a5a4d6d.jpg" height="549" width="976" /> <footer>Reuters</footer> </figure><p>ली अपने ग्राहकों से शुरू में चीन से हवाई आने को कहती थीं. माना जाता है कि इससे अमरीकी कस्टम विभाग को पार करने में आसानी होती है. </p><p>इसके बाद वे वहां से लॉस एंजलस चले जाते थे जहां अपार्टमेंट में उनके रहने की व्यवस्था की जाती थी.</p><p>ली ने यह भी स्वीकार किया कि ग्राहकों को यह भी प्रशिक्षण दिया जाता था कि चीन में अमरीकी वाणिज्य दूतावास में किस तरह साक्षात्कार ​देना चाहिए. इसके अलावा उन्हें बताया जाता था कि वे झूठा बयान दें कि वे सिर्फ़ दो सप्ताह के लिए अमरीका जा रहे हैं.</p><p>वास्तव में वे बच्चा जन्म देने के लिए तीन महीने के लिए वहां जा रहे होते थे.</p><p><strong>क्या हैं</strong><strong> </strong><strong>आरोप?</strong></p><p>ली ने आव्रजन धोखाधड़ी और वीज़ा धोखाधाड़ी की साज़िश के आरोप स्वीकार किए हैं.</p><p>इस धोखाधड़ी के ज़रिए ली ने 5,00,000 डॉलर से अधिक क़ीमत के अपने घर और मर्सिडीज बेंज़ की कई कारों सहित 8,50,000 डॉलर से अधिक की संपत्ति जमा की.</p><p><strong>यह </strong><strong>ग़ैरक़ानूनी </strong><strong>कैसे है</strong><strong>?</strong></p><p>ग़लत दावों के ज़रिए वीज़ा बना कर अमरीका जाना और वहां बच्चे को जन्म देना ग़ैरक़ानूनी है.</p><p>अधिकारियों ने बताया कि ली ने अमरीका में होने वाले बच्चों को मिलने वाले लाभों को बढ़ावा दिया था जिससे परिवार के सदस्यों को आव्रजन मिलने में मदद मिलती थी.</p><p>अमरीका के राष्‍ट्रपति ट्रंप ने जन्म से मिलने वाली नागरिक​ता निरस्त करने की बात कही है.</p><p><strong>(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप </strong><a href="https://play.google.com/store/apps/details?id=uk.co.bbc.hindi">यहां क्लिक</a><strong> कर सकते हैं. आप हमें </strong><a href="https://www.facebook.com/bbchindi">फ़ेसबुक</a><strong>, </strong><a href="https://twitter.com/BBCHindi">ट्विटर</a><strong>, </strong><a href="https://www.instagram.com/bbchindi/">इंस्टाग्राम</a><strong> और </strong><a href="https://www.youtube.com/bbchindi/">यूट्यूब</a><strong> पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)</strong></p>

Next Article

Exit mobile version