निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए तारीख़ों की घोषणा कर दी है. भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके तारीखों की घोषणा की.
दोनों राज्यों में 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे, जबकि वोटों की गिनती का काम 24 अक्टूबर को होगा.
तारीख़ों की घोषणा से पहले उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग दोनों राज्यों में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है.
दोनों राज्यों में ईवीएम मशीन के द्वारा ही मतदान कराए जाएंगे. महाराष्ट्र में 1.8 लाख ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा जबकि हरियाणा में एक लाख तीस हज़ार ईवीएम मशीनों के द्वारा मतदान प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी.
महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं. जिसमें से 234 सीटें सामान्य वर्ग के लिए हैं जबकि 29 सीटें अनुसूचित जाति और 25 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. महाराष्ट्र में कुल 8.94 करोड़ मतदाता है.
साल 2014 में महाराष्ट्र राज्य में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी सबसे मज़बूत दल बनकर उभरी थी. उसे 122 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. हालांकि उसे बहुमत तो नहीं मिला था लेकिन वो शिवसेना के साथ गठबंधन करके सरकार बनाने में कामयाब रही थी.
वहीं हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीट हैं. हरियाणा में 1.82 करोड़ मतदाता हैं. साल 2014 के चुनावों में बीजेपी को 47 सीटें हासिल हुई थीं. जबकि कांग्रेस को 15 सीटें मिली थीं.
हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल जहां 2 नवंबर को समाप्त हो रहा है वहीं महाराष्ट्र का 9 नवंबर को.
उम्मीदवारों के लिए 28 लाख रुपये की ख़र्च सीमा तय की गई है. इसका मतलब ये हुआ कि कोई भी उम्मीदवार 28 लाख रुपये से ज़्यादा ख़र्च नहीं कर पाएगा. हालांकि मुख्य चुनाव आयुक्त ने यह ज़रूर कहा कि चुनावी ख़र्च बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है.
मुख्य निर्वाचन आयुक्त की प्रेस कॉन्फ्रेंस की प्रमुख बातें
- दोनों राज्यों में आचार संहिता लागू.
- महाराष्ट्र और हरियाणा दोनों ही राज्यों में एक-चरण में होंगे मतदान.
- महाराष्ट्र की 288 और हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर 21 अक्टूबर को होंगे मतदान.
- दोनों ही राज्यों में 24 अक्टूबर को होगी वोटों की गिनती.
- उम्मीदवारों के लिए नामांकन दाख़िल करने की अंतिम तारीख़ 4 अक्टूबर होगी.
- प्रति उम्मीदवार ख़र्च सीमा 28 लाख रुपये तय की गई है.
- उम्मीदवारों को तीस दिन के भीतर सारी जानकारी शेयर करनी होगी.
- अगर उम्मीदवारी पर्चे में कोई भी कॉलम खाली रह जाएगा तो उम्मीदवारी को रद्द कर दिया जाएगा.
- ईवीएम मशीनों के द्वारा ही दोनों राज्यों में होंगे चुनाव.
- हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल जहां 2 नवंबर को समाप्त हो रहा है वहीं महाराष्ट्र का 9 नवंबर को.
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