न्यूयॉर्क: भारतीय प्रधानमंत्री ह्यूस्टन में हाउडी मोदी कार्यक्रम में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लोगों को संबोधित करने के बाद न्यूयॉर्क पहुंच गए हैं. यहां वे संयुक्त राष्ट्र जेनरल एसेंबली के 74वें सत्र को संबोधित करेंगे. वे क्लाइमेट चेंज एंड लीडर्स डायलॉग पर रणनीतिक प्रतिक्रियाओं के लिए आंतकवादी और हिंसक चरमपंथी जैसे विषयों पर अपना पक्ष रखेंगे.
सैयद अकबरुद्दीन ने किया स्वागत
ह्यूस्टन से न्यूयॉर्क पहुंचने पर पीएम मोदी का स्वागत संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने किया. हाउडी मोदी कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लोगों को संयुक्त रूप से संबोधित किया. यहां उन्होंने ट्रंप की तारीफ की और कहा कि वे अमेरिका को दोबारा महान बनाने की प्रक्रिया में लगे हैं.
आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक जंग
दोनों नेताओं ने इस दौरान साझा विश्वास प्रकट किया. मोदी ने अमेरिका को भारत का अभिन्न और सच्चा मित्र बताया. उन्होंने कहा कि अमेरिका में बसे भारतीय समुदाय के लोगों ने दोनों देशों के बीच साझा आर्थिक, राजनैतिक और सांस्कृतिक रिश्ता बना पाने में काफी सहयोग दिया है. इस कार्यक्रम में भी मोदी और ट्रंप ने आतंकवाद के खिलाफ एक साथ निर्णायक लड़ाई की बात कही.
भारत का पक्ष रखेंगे पीएम नरेंद्र मोदी
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र जेनरल एसेंबली के 74वें सत्र में गरीबी, कुपोषण, स्वास्थ्य, जलवायु और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर वैश्विक चर्चा होगी. जिसमें भारत के प्रधानमंत्री इन समस्याओं से लड़ने में भारत के प्रयासों को सबके सामने रखेंगे. कुछ दिन पहले एक प्रेस वार्ता में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने इसका संकेत दिया था.
उन्होंने जोर देकर कहा था कि भारत आंतकवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है इसलिए हम प्रत्येक वैश्विक मंच पर इसका मुद्दा उठाएंगे.