UN में पाकिस्तान की जमकर धुलाई, इमरान के एक-एक झूठ का भारत ने यूं दिया करारा जवाब
संयुक्त राष्ट्र : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के झूठ पर संयुक्त राष्ट्र में भारत ने करारा जवाब दिया है. विदेश मंत्रालय की प्रथम सचिव विदिशा मैत्रा ने पाक पीएम को आईना दिखाया और उनकी स्पीच पर भारत के जवाब देने के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए साफ तौर पर कहा कि परमाणु हमले की […]
संयुक्त राष्ट्र : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के झूठ पर संयुक्त राष्ट्र में भारत ने करारा जवाब दिया है. विदेश मंत्रालय की प्रथम सचिव विदिशा मैत्रा ने पाक पीएम को आईना दिखाया और उनकी स्पीच पर भारत के जवाब देने के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए साफ तौर पर कहा कि परमाणु हमले की धमकी देकर इमरान खान ने अस्थिरता पैदा करने का प्रयास किया है.
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में इमरान के दिये भाषण को हेट स्पीच करार दिया और कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने इस वैश्विक मंच का दुरुपयोग करने का काम किया है. भारत ने इमरान के नस्लीय संहार, ब्लड बाथ, नस्लीय सर्वोच्चता, बंदूकें उठा लो जैसे एक-एक शब्द को गिनाया और कड़ी निंदा की.
भारत की ओर से कहा गया कि ये शब्द पाकिस्तान की मध्यकालीन मानसकिता को दर्शाती है. विदिशा ने यूएन में साफ कहा कि इमरान खान के मुंह से निकली हर बात झूठी है. अब चूंकि पाक पीएम ने संयुक्त राष्ट्र से कहा है कि वह ऑब्जर्वर भेजवा सकते हैं और जांच करा सकते हैं कि पाकिस्तान में आतंकी नहीं हैं. क्या इमरान खान यह बताने का कष्ट करेंगे कि उनके देश में आतंकियों को पेंशन की सुविधा क्यों उपलब्ध करायी जा रही है. उन्होंने कहा कि क्या पाकिस्तान के पीएम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि यह संयुक्त राष्ट्र द्वारा सूचीबद्ध 130 आतंकवादी और 25 आतंकवादी संस्थाओं का घर है ?
करारा प्रहार करते हुए विदिशा ने कहा कि क्या इस बात से पाकिस्तानी पीएम इनकार करेंगे कि वह आतंकी ओसामा बिन लादेन का बचाव करते रहे हैं. पाकिस्तान अपने झूठ के बल पर मानवाधिकार का चैंपियन बनने की चाहत रखता है. जबकि सच्चाई इससे उलट है. पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किया जा रहा है और पीएम इमरान खान चुप हैं.
पुरानी यादें ताजा करते हुए विदिशा ने कहा कि पाकिस्तान ने अपने ही लोगों पर अत्याचार करने का काम किया था. यही वजह रही कि बांग्लादेश की स्थापना करनी पड़ी. भारत के पुराने कानून को हटाने का काम किया गया लेकिन यह पाकिस्तान को रास नहीं आया और वह दुनिया में गलत संदेश फैलाने के काम में लग गया. भारत जम्मू-कश्मीर को मुख्यधारा में शामिल करने कर इच्छा रखता है.
आगे उन्होंने कहा कि भारत के लोगों को किसी भी दूसरे देश की सलाह या नसीहत देने की आवश्यकता नहीं है. पाकिस्तान नफरत की विचारधारा पर चलने वाला देश है यह सभी जानते हैं.