वाशिंगटनः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुर्द के कब्जे वाले उत्तरी सीरिया से सैनिकों को हटाने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि वह एक अंतहीन युद्ध को समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं. हालांकि, अमेरिका के पूर्व उप राष्ट्रपति एवं राष्ट्रपति पद के लिये चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी से उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल जो बाइडेन ने उत्तरी सीरिया से सैनिकों को हटाने के ट्रंप के फैसले की आलोचना की है.
उन्होंने कहा कि ट्रंप ने उन बहादुर कुर्द एवं अरबों को बेच दिया जिन्होंने आईएसआईएस की खिलाफत को नेस्तनाबूद करने के लिए अमेरिका के कंधे से कंधा मिला कर लड़ा था. तुर्की ने कुर्द नियंत्रित पूर्वोत्तर सीरिया पर बुधवार को हमले किए थे और जमीनी लड़ाई में मदद के लिए बम गिराये. रविवार को अमेरिका द्वारा अपने सैनिकों को वापस बुलाने की घोषणा के बाद यह हमला हुआ.
ट्रंप ने ट्वीट किया, तुर्की कुर्द पर हमले की लंबे समय से योजना बना रहा था. वे लगातार लड़ रहे हैं. हमले के आसपास के इलाके में हमारा कोई सैनिक या सैन्य केंद्र नहीं है. मैं इस अंतहीन लड़ाई को समाप्त करने की कोशिश कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि उनका प्रशासन दोनों पक्षों से बातचीत कर रहा है. ट्रंप ने कहा, कुछ लोग हजारों सैनिकों को उस इलाके में भेजना और नयी लड़ाई फिर से शुरू करना चाहते हैं.
तुर्की की नाटो सदस्यता को रेखांकित करते हुए कहा, अन्य देश कहते हैं बाहर रहो और कुर्दों को अपनी लड़ाई लड़ने दो (यहां तक कि हमारी आर्थिक मदद के साथ) मैंने कहा तुर्की अगर नियमों का पालन नहीं करता तो आर्थिक क्षति और प्रतिबंधों से उसपर वार करो. मैं पूरे प्रकरण को नजदीक से देख रहा हूं.
इससे पहले ट्रंप ने उम्मीद जताई थी कि तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन उत्तरी सीरिया में कार्रवाई के मामले में तार्किक कार्रवाई करेंगे. ट्रंप से व्हाइट हाउस में पूछा गया कि एर्दोआन कुर्द को मिटाना चाहते हैं तब उन्होंने चेतावनी दी, मैं उसकी (तुर्की) अर्थव्यवस्था को तहस-नहस कर दूंगा.
इस बीच, कोपनहेगन से प्राप्त एएफपी की एक खबर के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतानियो गुतारेस ने सीरिया में बढ़ती हिंसा पर गहरी चिंता प्रकट की है. उन्होंने कहा, पूर्वी सीरिया में संघर्ष बढ़ता देख कर मुझे काफी चिंता हो रही है. वहीं, संयुक्त राष्ट्र से प्राप्त खबर के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के यूरोपीय सदस्य देशों ने सीरियाई कुर्द बलों के खिलाफ तुर्की से अपना आक्रमण रोकने की अपील की है.