इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को ब्रिटेन के युवराज विलियम और उनकी पत्नी केट मिडलटन को भारत और अफगानिस्तान के साथ अपने देश के संबंधों के बारे में बताया.
इस शाही जोड़े ने पाकिस्तान की अपनी पहली यात्रा शुरू की. ब्रिटिश दूतावास ने एक बयान में कहा कि शाही ने आज इस्लामाबाद में शिक्षा, संरक्षण और आधिकारिक व्यस्तताओं के साथ पाकिस्तान के अपने दौरे की शुरुआत की. शाही जोड़े ने प्रधानमंत्री आवास पर प्रधानमंत्री खान के साथ एक सौहार्दपूर्ण बैठक की जहां उनके लिए दोपहर के भोज का आयोजन किया गया था.
खान के कार्यालय ने बताया कि दंपती का स्वागत करते हुए खान ने राजकुमारी डायना के लिए पाकिस्तान के लोगों के बीच प्यार और स्नेह को याद किया. खान ने आधुनिक विश्व के समक्ष उत्पन्न मुद्दों जैसे जलवायु परिवर्तन, असमानता और शिक्षा को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए शाही जोड़े की सराहना की.
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान में सकारात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने और युवा पाकिस्तानियों के साथ बातचीत के लिए शाही जोड़े की सराहना की. खान ने शाही जोड़े को घरेलू प्राथमिकताओं और अगस्त में अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद भारत के संबंधों समेत बाहरी परिदृश्य पर पाकिस्तान के नजरिये से अवगत कराया.
विलियम ने कहा कि पाकिस्तान ब्रिटेन के लिए बहुत महत्वपूर्ण देश है. उन्होंने उनके गर्मजोशी से स्वागत और आतिथ्य के लिए पाकिस्तान सरकार को धन्यवाद दिया. इस बैठक से पहले, राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और उनकी पत्नी समीना आरिफ ने ऐवान-ए सदर में उनका स्वागत किया था.
राष्ट्रपति सचिवालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार राष्ट्रपति ने मानसिक स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन और गरीबी उन्मूलन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के प्रयासों के लिए शाही जोड़े की सराहना की. विलियम ने आवभगत के लिए राष्ट्रपति का शुक्रिया किया.
शाही जोड़े ने जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने और गरीबी को कम करने के लिए पाकिस्तान सरकार द्वारा की गई पहलों की सराहना भी की. दिन में सुबह नीले रंग का सलवार-कुर्ता पहने नजर आईं मिडलटन यहां हरे रंग की पोशाक में पहुंची. इससे पहले दोनों यहां एक बालिका विद्यालय पहुंचे थे और छात्राओं से बातचीत की थी. लगभग एक दशक बाद कोई शाही परिवार यहां पहुंचा है;
शाही जोड़ा आज इस्लामाबाद स्थित ‘मॉडल कॉलेज फॉर गर्ल्स’ पहुंचा. यह स्कूल चार साल की बच्चियों से ले कर 18 वर्ष की युवतियों के लिए सरकार द्वारा चलाया जाता है. ब्रिटेन स्थित ‘टीच फर्स्ट’ योजना पर आधारित ‘टीच फॉर पाकिस्तान’ कार्यक्रम इसकी सहायता करता है.
शाही जोड़ा स्कूल के विभिन्न हिस्सों में गया और गणित की एक कक्षा का भी निरीक्षण किया. स्कूल के ब्च्चों के साथ भी उन्होंने काफी गर्मजोशी से बात की. स्कूल के प्रशासन ने शाही दम्पति को स्कूल और पाकिस्तान में शिक्षा प्रणाली के बारे में बताया. अपने पांच दिवसीय दौरे पर शाही जोड़ा राजधानी इस्लामाबाद और लाहौर के अलावा उत्तरी क्षेत्रों और खैबर पख्तूनख्वा जाएंगे.