लंदन : ब्रिटेन के सांसदों ने प्रधानमंत्री बोरिस जानसन के ब्रेक्जिट समझौते पर शनिवार को कोई भी निर्णय टालने के पक्ष में मतदान किया. सांसदों ने तर्क दिया कि वे समझौते के ब्योरे का अध्ययन करने के लिए और समय चाहते हैं.
इसका यह मतलब है कि जॉनसन को सांसदों द्वारा पूर्व में पारित बेन अधिनियम के तहत शनिवार आधी रात तक यूरोपीय संघ को पत्र लिखकर 31 अक्तूबर को खत्म हो रही ब्रेक्जिट की समयसीमा बढ़ाने की मांग करनी होगी. जॉनसन और उनकी टीम ने इससे पहले कहा था कि वह कानून के शासन का पालन करेंगे. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि जॉनसन का अगला कदम क्या होगा. जॉनसन ने शनिवार को मतदान के तुरंत बाद संसद में घोषणा की कि वह ब्रेक्जिट की समयसीमा बढ़ाने की मांग अक्तूबर के अंत तक नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि वह 31 अक्तूबर तक ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से निकालने के लिए सबकुछ करेंगे. सांसदों ने तर्क दिया कि वे समझौते के ब्योरे का अध्ययन करने के लिए और समय चाहते हैं. ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से अलग होने की समयसीमा 31 अक्तूबर है.
सांसदों ने इस संशोधन का समर्थन किया, जिसमें सरकार को ब्रेक्जिट के लिए अगले साल जनवरी तक का समय मांगने का अनुरोध करने के लिए कहा गया है. कंजरवेटिव पार्टी के सांसद ओलिवर लेटविन ने संसद के विशेष सत्र में यह संशोधन पेश किया, जिसका सांसदों ने समर्थन किया. वहीं ईयू ने ब्रिटेन से जल्द से जल्द ब्रेक्जिट योजना पर अगला कदम बताने के लिए कहा. यूरोपीय यूनियन की प्रवक्ता मीना एंड्रीवा ने ट्वीट किया, ब्रिटेन सरकार पर निर्भर है कि वह हमें जल्द से जल्द अगले कदम के बारे में सूचित करे.