नेपाली पर्वतारोही का दावा- दुनिया की 14 ऊंची चोटियों पर सबसे कम समय में चढ़ाई का बनाया रिकॉर्ड
काठमांडूः एक नेपाली पर्वतारोही ने दुनिया की सबसे ऊंची 14 चोटियों पर सबसे तेजी से चढ़ाई करने का नया रिकॉर्ड स्थापित करने का दावा किया है. निर्मल पुरजा नाम के इस पर्वतारोही ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर सात महीनों में ऐसा करने का दावा किया है. ये सभी चोटियां 8000 मीटर से ऊंची हैं. […]
काठमांडूः एक नेपाली पर्वतारोही ने दुनिया की सबसे ऊंची 14 चोटियों पर सबसे तेजी से चढ़ाई करने का नया रिकॉर्ड स्थापित करने का दावा किया है. निर्मल पुरजा नाम के इस पर्वतारोही ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर सात महीनों में ऐसा करने का दावा किया है. ये सभी चोटियां 8000 मीटर से ऊंची हैं. निर्मल पुरजा के सोशल मीडिया पर किए गए एक पोस्ट के अनुसार उन्होंने 8000 मीटर(26,250 फुट) से ऊंची इन 14 चोटियों की चढ़ाई सिर्फ सात महीनों में पूरी की है.
पहले यह रिकार्ड करीब आठ साल का था. पुरजा ने चीन में अंतिम चोटी पर चढ़ाई करने के बाद अपने फेसबुक पेज पर लिखा, मिशन पूरा हुआ! #शिशपंग्मा से. वर्ष 1987 में पोलिश पर्वतारोही जेर्जी कुकुज्का ने यह चढ़ाई सात साल, 11 महीने, 14 दिनों में पूरी की थी. जेर्जी से पहले 1986 में इटली के रेनहोल्ड मेसनर ऐसी चढ़ाइयां करने वाले पहले व्यक्ति बन गए थे.
पूर्व गोरखा सैनिक 36 वर्षीय पुरजा ने अपनी चढ़ाई के पहले भाग में अप्रैल में अन्नपूर्णा, धौलागिरी, कंचनजंघा, एवरेस्ट, ल्होत्से और मकालू पर चढ़ाई पूरी कर ली. इसके एक महीने बाद पाकिस्तान जाकर उन्होंने 8,125 मीटर ऊंचे नंगा पर्वत की चढ़ाई की.
अपने लक्ष्य को पूरा करने के दौरान उनकी नींद भी पूरी नहीं हुयी और उन्होंने पाकिस्तान की गशेरब्रम प्रथम, गशेरब्रम द्वितीय और के-2 जैसी ऊंची चोटियों की चढ़ाई पूरी की. पुरजा ने सितंबर में अपना अंतिम चरण देना शुरू किया और सप्ताह भर के भीतर उन्होंने चो ओयू और मनासलु पर चढ़ाई कर ली.
पुरजा ने एएफपी से बातचीत करते हुए कहा कि दुनिया में सबसे ऊंची चोटियां नेपाल में हैं और यहां कई अच्छे पर्वतारोही हैं लेकिन उन्हें मौका नहीं नहीं मिल पाया.