डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, आयोवा में चीन के साथ हो सकता है व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर
वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह चीन के साथ बहुप्रतीक्षित व्यापार समझौते के पहले चरण पर आयोवा में हस्ताक्षर करने पर विचार कर रहे हैं. ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग चिली के सैन टिआगो में नवंबर के मध्य में होने वाले एशिया प्रशांत आर्थिक तालमेल सम्मेलन में यह […]
वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह चीन के साथ बहुप्रतीक्षित व्यापार समझौते के पहले चरण पर आयोवा में हस्ताक्षर करने पर विचार कर रहे हैं. ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग चिली के सैन टिआगो में नवंबर के मध्य में होने वाले एशिया प्रशांत आर्थिक तालमेल सम्मेलन में यह समझौता करने वाले थे, लेकिन चिली ने वहां जारी वृहद विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर सम्मेलन का आयोजन रद्द कर दिया.
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि हम चीन के साथ समझौते की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. चीन समझौता करना चाहता है और हमारे अच्छे संबंध हैं. हम देखेंगे कि क्या होता है. जब तक समझौता नहीं हो जाता है, मैं इसके बारे में बातचीत नहीं करना चाहता, लेकिन हम काफी प्रगति कर रहे हैं. उनसे अमेरिका-चीन व्यापार समझौते की स्थिति को लेकर सवाल किया गया था.
उन्होंने कहा कि हम कुछ अलग स्थानों के बारे में विचार कर रहे हैं. यह आयोवा भी हो सकता है. हम स्थान के बारे में चर्चा कर रहे हैं, लेकिन हम पहले समझौता करना चाहते हैं. इससे पहले ट्रंप के आर्थिक सलाहकार लैरी कुडलो ने कहा कि चीन के साथ व्यापार वार्ता काफी अच्छी चल रही है. कुडलो के अनुसार, कृषि के मुद्दे पर बातचीत पूरी हो चुकी है. यह न सिर्फ चीन द्वारा अमेरिका के कृषि उत्पादों की खरीद बढ़ायेगा, बल्कि चीन के कृषि बाजार को खोलेगा तथा नियमन एवं शुल्क आदि को कम करेगा.
इसके साथ ही, वित्तीय मुद्दों पर भी बातचीत लगभग हो चुकी है. इसके कारण अमेरिका की कंपनियों को चीन में 100 फीसदी मालिकाना हक मिलेगा. मुद्रा को लेकर भी बातचीत हो चुकी है. बौद्धिक संपदा की चोरी को लेकर अच्छी प्रगति हुई है. यह अभी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन इसे लेकर अच्छी प्रगति हुई है. प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पर भी कुछ प्रगति हुई है, लेकिन बातचीत पूरी नहीं हुई है. इसे दूसरे चरण में सामने रखा जा सकता है.