थाईलैंड में बोले पीएम मोदी, भारत ने आतंकवाद, अलगाववाद के पीछे के बड़े कारण को नष्ट किया
बैंकाक : भारतीय समुदाय द्वारा थाईलैंड की राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि भारत ने आतंकवाद एवं अलगाववाद के पीछे के एक बड़े कारण को नष्ट कर दिया गया है. अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान निरस्त किया जाना और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में […]
बैंकाक : भारतीय समुदाय द्वारा थाईलैंड की राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि भारत ने आतंकवाद एवं अलगाववाद के पीछे के एक बड़े कारण को नष्ट कर दिया गया है. अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान निरस्त किया जाना और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया जाना आतंकवाद एवं अलगाववाद पर चोट है.
प्रधानमंत्री मोदी ने थाईलैंड की राजधानी में आयोजित भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में जब कश्मीर के संबंध में बात की तो वहां मौजूद करीब 5000 लोगों ने खड़े होकर जबरदस्त तालियों से उनका अभिवादन किया. उन्होंने कहा, ‘‘आप जानते हैं कि भारत ने आतंकवाद एवं अलगाववाद के बीज बोए जाने के पीछे के एक बड़े कारण से छुटकारा पाने का फैसला किया है.” मोदी ने यहां एक इनडोर स्टेडियम में आयोजित ‘स्वस्ति पीएम मोदी’ कार्यक्रम में कहा, ‘‘जब फैसला सही होता है तो इसकी गूंज पूरी दुनिया में सुनाई देती है और मैं थाईलैंड में भी यह सुन सकता हूं.”
सरकार का कहना है कि राज्य में आतंकवाद एवं अलगाववाद का कारण जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाला संविधान का अनुच्छेद 370 है. लोगों ने जैसे ही मोदी की इस बात पर खड़े होकर तालियां बजाईं, उन्होंने कहा कि ये तालियां भारत की संसद एवं उसके सांसदों के लिए हैं और उनका आशीर्वाद भारतीय सांसदों को देश के लिए और कड़ी मेहनत करने की ऊर्जा देगा. उन्होंने कहा, ‘‘आपके खड़े होकर तालियां बजाने से सांसदों का उत्साह बढ़ेगा. यह भारत की संसद को सलामी है.”
मोदी ने करीब 50 मिनट के अपने भाषण में उनकी सरकार द्वारा लाई गई कल्याणकारी योजनाओं, लोकसभा चुनाव में उनकी सरकार के और बड़े जनादेश के साथ सत्ता में लौटने, भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती, देश के समग्र विकास में भारतीय समुदाय की महत्ता और भारत के वैश्विक स्तर पर ‘‘बड़ी ताकत” के रूप में उभरने समेत कई मामलों पर बात की. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार उन आकांक्षाओं को पूरा करने की कोशिश कर रही है जो पहले असंभव प्रतीत होती थीं. उन्होंने कहा कि जो लोग काम करके दिखाते हैं, उनसे लोगों की अपेक्षाएं भी बढ़ जाती हैं. मोदी ने भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति और आसियान देशों के साथ देश के संबंधों की महत्ता को भी रेखांकित किया. उन्होंने भारत एवं थाईलैंड के बीच ऐतिहासिक संबंधों का भी जिक्र किया.
तीन दिवसीय दौरे पर यहां आए मोदी रविवार को आसियान-भारत शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे. अपने संबोधन में मोदी ने भारत एवं थाईलैंड के बीच ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि यह ‘‘दिल और आत्मा” का रिश्ता है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पूर्वोत्तर क्षेत्र की थाईलैंड के साथ कनेक्टिविटी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. मोदी ने कहा, ‘‘भारत-म्यामां-थाईलैंड त्रिपक्षीय राजमार्ग खुलने के बाद दोनों देशों के बीच निर्बाध संपर्क हो जाएगा.”
उन्होंने कहा, ‘‘यह थाईलैंड की मेरी पहली आधिकारिक यात्रा है और मैं देश के विभिन्न पहलुओं में काफी भारतीयता देख सकता हूं-भले ही वह संस्कृति हो, खानपान की आदतें हों या सामाजिक मूल्य हों. पूरी दुनिया भारत के साथ दीपावली मना रही है और मैं देख सकता हूं कि यहां भी ऐसा ही है.” प्रधानमंत्री ने थाईलैंड के शाही परिवार के साथ भारत के संबंधों का भी जिक्र किया और कहा कि राजकुमारी महा चक्री सिरिनधर संस्कृत की विद्वान हैं और उनका भारत से गहरा नाता है. मोदी ने अपने भाषण में सरकार द्वारा सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव का 550वां प्रकाश पर्व मनाए जाने का भी जिक्र किया और कहा कि उनकी शिक्षाएं केवल सिख समुदाय की ही निधि नहीं हैं बल्कि वे पूरी दुनिया की धरोहर हैं. मोदी ने करतारपुर गलियारे की भी बात की और कहा कि अगले सप्ताह गलियारा खोले जाने के बाद श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा करतारपुर साहिब जा सकेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘जब भारत बोलता है तो पूरी दुनिया उसे सुनती है क्योंकि 1.3 अरब भारतीय नए भारत का निर्माण कर रहे हैं. इन बदलावों के कारण ही भारत के लोगों ने इस बार लोकसभा चुनावों में हमें पहले से भी बड़ा जनादेश दिया है.” प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत विश्व की सबसे तेजी से विकास करती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है और देश पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है.