इमरजेंसी तक धनबाद की सभी छह सीटों पर ठीक-ठाक रहा प्रदर्शन
…तब मन्नान और ओपी ही जीत सके थे चुनाव : वर्ष 1990 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद मानो जिला में चुनाव दर चुनाव कांग्रेस की चुनौती बढ़ती चली गयी. वर्ष 1957 के चुनाव में छह की छहों सीट पर चुनाव जीतने वाली कांग्रेस पार्टी को 1990 के चुनाव में महज दो सीटों (बाघमारा और धनबाद) से ही संतोष करना पड़ा. वर्ष 1995 के चुनाव में सिर्फ बाघमारा से ओपी लाल ही चुनाव जीते, जबकि 2000, 2005 में कांग्रेस जीरो पर आउट हो गयी थी.
झरिया में सुरेश सिंह हारे थे तीन हजार वोट से : वर्ष 2009 के चुनाव में जिला की छह विधानसभा सीटों में सिर्फ धनबाद सीट से चुनाव लड़े पार्टी प्रत्याशी मन्नान मल्लिक ही चुनाव जीते थे. अन्य पांच सीटों में सभी पर कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव हार गये थे. हालांकि झरिया सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश सिंह ने भाजपा प्रत्याशी कुंती सिंह को कड़ी टक्कर दी थी. सुरेश सिंह महज 3016 वोट से चुनाव हार गये थे. भाजपा प्रत्याशी कुंती सिंह को 49131 और कांग्रेस के सुरेश सिंह को 46115 वोट मिले थे.