क्रिएटिविटी के साथ है तकनीक की समझ, तो इंटीरियर डिजाइनिंग है बेहतरीन करियर ऑप्शन

नयी दिल्ली: क्रिएटिव फील्ड में रूचि रखने वाले युवाओं के लिए इंटीरियर डिजाइनिंग बेहतरीन करियर ऑप्शन है. सीमित स्थान में घर, दफ्तर, माॅल या किसी भी प्राॅपर्टी के लिए ऐसा डिजाइन तैयार करना, जिससे वह सुंदर और व्यवस्थित दिखे, यह काम इंटीरियर डिजाइनर का होता है. इंटीरियर डिजाइनिंग एक विज्ञान है, जिसमें आपको जगह के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 29, 2019 10:59 AM

नयी दिल्ली: क्रिएटिव फील्ड में रूचि रखने वाले युवाओं के लिए इंटीरियर डिजाइनिंग बेहतरीन करियर ऑप्शन है. सीमित स्थान में घर, दफ्तर, माॅल या किसी भी प्राॅपर्टी के लिए ऐसा डिजाइन तैयार करना, जिससे वह सुंदर और व्यवस्थित दिखे, यह काम इंटीरियर डिजाइनर का होता है. इंटीरियर डिजाइनिंग एक विज्ञान है, जिसमें आपको जगह के बारे में अच्छी जानकारी होना जरूरी है, ताकि छोटे-से-छोटे एरिया को आकर्षक बनाया जा सके.

आज छोटे शहरों और गांवों से लोग बड़े शहरों का रुख कर रहे हैं और कम जगह में ज्यादा लोगों को घर देने के लिए जो फ्लैट कल्चर पैदा हुआ है, उसने भी इंटीरियर डिजाइनर की भूमिका बहुत खास बना दी है. वैसे तो इंटीरियर डिजाइनिंग अपने आप में स्पेशलाइजेशन वाला कोर्स है, लेकिन इसके अंतर्गत आंफिस डिजाइनिंग, किचन डिजाइनिंग, रूम्स डिजाइनिंग, बिजनेस डिजाइनिंग और होम डेकोर में एक्सपर्टीज हासिल कर सकते हैं.

चुनौतीपूर्ण होता है इंटीरियर डिजाइनिंग का काम

इंटीरियर डिजाइनर का काम काफी चुनौतीपूर्ण होता है. प्रोजेक्ट पूरा करने के लिए पूरी टीम से सहयोग बिठाना होता है. साथ ही, कस्टमर के बजट और पसंद के मुताबिक घर को सजाना होता है. कई बार जो डिजाइन तैयार किया जाता है, वह ग्राहक को पसंद नहीं आता या वह उसमें कुछ बदलाव चाहता है. इसलिए बीच-बीच में उसको अपना काम दिखाते रहना होता है.

बढ़ गया है अब में इंटीरियर डिजाइनिंग का दायरा

आज इंटीरियर डिजाइनर केवल घरों को सजाने-संवारने तक सीमित नहीं हैं. शांपिंग मांल, मल्टीप्लेक्स, हॉस्पिटल, एयरपोर्ट, रेस्तरां, होटल, ऑफिस आदि हर जगह पर इंटीरियर डिजाइनर के सुझावों के मुताबिक रंग, फर्नीचर और डेकोरेशन का चयन किया जाता है. साथ ही, ग्राहकों की पसंद व बजट के अनुसार ऐसा काम किया जाता है कि वह जगह आकर्षक दिखे और भरी-भरी भी न लगे. इंटीरियर डिजाइनिंग में खास तौर से प्लानिंग, कंस्ट्रक्शन, रेनोवेशन और डेकोरेशन पर ध्यान दिया जाता है.

अपना घर सजाना किसे अच्छा नहीं लगता? खासकर सेलिब्रिटी और हाई प्रोफाइल लोगों के बीच तो इंटीरियर डिजाइनर से अपने बंगले को खूबसूरत बनवाने का खूब चलन है. इंटीरियर डिजाइनिंग के प्रति लोगों का रुझान इस हद तक बढ़ चुका है कि वे खुद किसी स्पेस को डिजाइन करने की अपेक्षा प्रशिक्षित इंटीरियर डिजाइनर की मदद लेना पसंद करने लगे हैं. शादी, बर्थडे, एनिवर्सरी जैसे कई आयोजनों में सजावट के लिए इनकी सेवा लेने का चलन भी आजकल जोर पकड़ रहा है. इसलिए इनकी मांग खूब बढ़ रही है.

जानिए कहां मिल सकता है करियर बनाना का मौका

घर और कमर्शियल प्रॉपर्टी में कम स्पेस में भी ज्यादा सामान को अच्छी तरह रखने के लिए इंटीरियर डिजाइनर की जरूरत होती है. शुरूआत में किसी आर्किटेक्चर फर्म, बिल्डर फर्म, पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट, टाउन प्लानिंग ब्यूरो, होटल, रिसोर्ट, रेस्तरां, स्टूडियो वर्क प्लानर या कंसल्टेंसी में सहयोगी के तौर पर काम कर सकते हैं. इसके अलावा, अपना काम शुरू करने का ऑप्शन भी इस फील्ड में काफी लोकप्रिय है.

क्रिएटिविटी के साथ जरूरी है तकनीक की समझ

इंटीरियर डिजाइनिंग के क्षेत्र में आने के लिए क्रिएटिविटी और टेक्नोलॉजी की समझ होना जरूरी है. तभी आप इस फील्ड में बेहतर काम कर पाएंगे. डिजाइनिंग से जुड़े होने की वजह से यहां इमेजिनेशन अच्छी होनी चाहिए, ताकि आपके दिमाग में नए कॉन्सेप्ट आएं और उन आइडियाज को वास्तविक बना सकें. मार्केट में चल रहे ट्रैंड से अपडेट रहना और कस्टमर फ्रैंडली बिहेवियर आपके काम में मददगार साबित हो सकता है.

इंटीरियर डिजाइनर के तौर पर सफल होने के लिए रियल एस्टेट फील्ड की भी जानकारी होनी चाहिए ताकि यह पता चल सके कि बिल्डिंग, घर या कमर्शियल प्लेस में किस तरह का मटेरियल इस्तेमाल हो रहा है और क्या लेटेस्ट डिजाइन चल रही है.

प्रमुख संस्थान :

  • इंस्टीट्यूट आंफ इंटीरियर डिजाइनर्स, नई दिल्ली
  • नेशनल इंस्टीट्यूट आंफ डिजाइन, अहमदाबाद
  • नेशनल इंस्टीट्यूट आंफ इंटीरियर एंड फैशन टेक्नोलांजी, भुवनेश्वर
  • मैनेजमेंट एंड डिजाइन एकेडमी, नई दिल्ली
  • एमआईटी इंस्टीट्यूट आंफ डिजाइन, पुणे

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