डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बाद ईरान की सेना ने ललकारा, कहा- अमेरिका में लड़ने का ‘साहस” नहीं
बागदाद/वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी कि यदि वह बगदाद में अमेरिकी हवाई हमले में शीर्ष ईरानी कमांडर के मारे जाने के बाद जवाबी कार्रवाई करता है तो अमेरिका उस पर अब तक का सबसे जोरदार हमला करेगा. ट्रंप की इस चेतावनी के बाद ईरान का भी बयान सामने […]
बागदाद/वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी कि यदि वह बगदाद में अमेरिकी हवाई हमले में शीर्ष ईरानी कमांडर के मारे जाने के बाद जवाबी कार्रवाई करता है तो अमेरिका उस पर अब तक का सबसे जोरदार हमला करेगा. ट्रंप की इस चेतावनी के बाद ईरान का भी बयान सामने आया. ईरान की सेना ने ट्रंप को ललकारते हुए कहा कि अमेरिका में लड़ने का ‘साहस’ नहीं है.
आपको बता दें कि ईरान से जवाबी हमले की कार्रवाई संबंधी टिप्पणियों के बीच शनिवार को आधी रात के बाद ट्वीट किया कि उन्होंने (ईरान ने) हम पर हमला किया और हमने जवाबी हमला किया. यदि वे फिर हमला करते हैं, तो हम उन पर अब तक का सबसे जोरदार हमला करेंगे. मैं उन्हें कोई हमला नहीं करने की सलाह देता हूं.
उन्होंने ट्वीट किया कि अमेरिका ने सैन्य उपकरणों पर दो हजार अरब डॉलर अभी खर्च किये हैं. हम दुनिया में सबसे बड़े और सर्वश्रेष्ठ हैं. यदि ईरान अमेरिकी सैन्य अड्डे या किसी अमेरिकी पर हमला करता है तो हम अपने कुछ एकदम नए खूबसूरत उपकरण… बिना किसी हिचकिचाहट के उनके खिलाफ इस्तेमाल करेंगे.
ट्रंप ने 10 घंटे से भी कम समय के अंतराल में ईरान को दूसरी बार यह चेतावनी दी.
इससे पहले उन्होंने शनिवार को चेतावनी दी थी कि यदि ईरान अमेरिकी जवानों या सम्पत्ति पर हमला करता है तो अमेरिका 52 ईरानी स्थलों को निशाना बनाएगा और उन पर ‘‘बहुत तेजी से और जोरदार हमला’ करेगा. ट्रंप ने इराक में एक शीर्ष ईरानी जनरल को निशाना बनाकर शुक्रवार को ड्रोन हमला किए जाने का बचाव करते हुए ट्वीट किया कि 52 अंक उन लोगों की संख्या को दर्शाता है, जिन्हें एक साल से अधिक समय तक तेहरान में अमेरिकी दूतावास में 1979 में बंधक बनाकर रखा गया था.
ट्रंप ने ट्वीट किया कि इनमें से कुछ स्थल ‘‘बहुत उच्च स्तर के और ईरान एवं ईरानी संस्कृति के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. उन स्थलों और ईरान पर बहुत तेजी से एवं जोरदार तरीके से हमला किया जाएगा. अमेरिका को अब और खतरा नहीं चाहिए.’ अमेरिका ने शुक्रवार को इराक में ड्रोन हमला किया था, जिसमें शीर्ष ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी मारे गये थे. इस हमले के बाद अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बहुत बढ़ गया है.
सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि संभावित जवाबी कार्रवाई का पहला संकेत देते हुए बगदाद में अमेरिकी दूतावास के निकट के एक इलाके में मोर्टार के दो गोले दागे गये. उन्होंने बताया कि इसी दौरान अमेरिकी बलों की तैनाती वाले अल-बलाद वायुसेना अड्डे पर दो रॉकेट गिराये गये. इराकी सेना ने अल बलाद और बगदाद में मिसाइल हमलों की पुष्टि की है और कहा है कि इनमें कोई हताहत नहीं हुआ.
अमेरिका ने भी कहा है कि गठबंधन का कोई जवान हताहत नहीं हुआ.