यरूशलम/ब्रसेल्स/लंदन : अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गये ईरान के शीर्ष जनरल कासिम सुलेमानी को ‘प्रमुख आतंकी’ करार देने वाले इस्राइल के प्रधानमंत्री ने ईरान को आगाह किया है. उनके साथ ही यूरोपीय संघ और जर्मनी ने भी ईरान को हिंसा नहीं बढ़ाने की सलाह दी है.
तेहरान ने अमेरिकी ड्रोन हमले में शीर्ष जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद पहली बदले की कार्रवाई के तहत इराक में अमेरिकी नीत बलों के दो ठिकानों पर बैलिस्टिक मिसाइल दागीं. इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को आगाह किया कि अगर उसका पुराना दुश्मन ईरान हमले करता है तो इस्राइल भी जबरदस्त प्रतिघात करेगा. प्रधानमंत्री ने पिछले सप्ताह अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गये ईरानी कमांडर सुलेमानी को ‘प्रमुख आतंकवादी’ करार दिया था. यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसप बोरेल ने कहा, इराक में अमेरिका और गठबंधन बलों द्वारा इस्तेमाल किये जा रहे वायुसैनिक केंद्रों पर हाल ही में किये गये रॉकेट हमले टकराव बढ़ने का एक और उदाहरण है. उन्होंने कहा कि हिंसा का और बढ़ना किसी के भी हित में नहीं है.
जर्मनी के रक्षा मंत्री एनेग्रेट क्रेम्प कारेनबाउर ने ईरानी मिसाइल हमलों की निंदा करते हुए कहा कि इस हिंसा को और नहीं बढ़ने देना चाहिए. उन्होंने कहा कि जर्मनी मंगलवार रात को अमेरिका के रक्षा विभाग से लगातार संपर्क में रहा तथा आगे टकराव को रोकने के लिए संचार के सभी चैनल खोले जायेंगे.
ब्रिटेन ने गठबंधन सेना की मौजूदगी वाले इराकी सैन्य अड्डों पर ईरान के मिसाइल हमलों की निंदा की और हमलों में लोगों के हताहत होने की खबरों पर चिंता जतायी. ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने कहा, ब्रिटिश सेना समेत गठबंधन सेना की मौजूदगी वाले इराकी सैन्य अड्डों पर हमले की हम निंदा करते हैं. उन्होंने कहा, लोगों के हताहत होने और बैलिस्टिक मिसाइलों के इस्तेमाल की खबरों को लेकर हम चिंतित हैं.