176 लोगों की मौत का जिम्मेदार ईरान: विदेश मंत्री ने कहा- गलती से मार गिराया यूक्रेन का विमान, हमें गहरा दुख

तेहरान : यूक्रेन के विमान क्रैश को लेकर ईरान की ओर से बड़ा बयान सामने आया है. ईरान ने यूक्रेन के विमान को गलती से मार गिराने की बात कबूल की और इसे मानवीय भूल बताया. ईरान ने शनिवार को स्वीकार किया कि उसकी सेना ने मानवीय चूक के चलते ‘अनजाने में’ यूक्रेन के विमान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2020 9:42 AM

तेहरान : यूक्रेन के विमान क्रैश को लेकर ईरान की ओर से बड़ा बयान सामने आया है. ईरान ने यूक्रेन के विमान को गलती से मार गिराने की बात कबूल की और इसे मानवीय भूल बताया. ईरान ने शनिवार को स्वीकार किया कि उसकी सेना ने मानवीय चूक के चलते ‘अनजाने में’ यूक्रेन के विमान को मार गिराया था, जिससे उसमें सवार 176 लोगों की मौत हो गयी. यह बयान शनिवार सुबह आया, जिसमें कहा गया कि मानवीय चूक के चलते यह दुर्घटना हुई.

ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने ट्वीट किया कि दुखद दिन…अमेरिकी दुस्साहस के चलते पैदा हुए संकट के समय मानवीय चूक के चलते यह दुर्घटना हुई. हमें गहरा दुख है… सभी पीड़ितों के परिवारों और अन्य प्रभावित राष्ट्रों से हमारी माफी और संवेदना. इससे पहले ईरान ने कई दिनों तक विमान को गिराने की बात से इनकार किया, लेकिन अमेरिकी और कनाडा ने कहा था कि उन्हें विश्वास है कि ईरान ने ही विमान को मार गिराया है.

गौरतलब है कि यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस का बोइंग 737 विमान तेहरान से उड़ान भरने के कुछ समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. ईरान द्वारा इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर किये गये मिसाइल हमले के कुछ देर बाद यह विमान हादसा हुआ था. अमेरिकी हवाई हमले में ईरानी जनरल क़ासिम सुलेमानी की मौत के बाद जवाबी कार्रवाई में ईरान ने इराक में दो अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर बैलिस्टिक मिसाइल हमला किया था. हालांकि, हमले में इन ठिकानों पर कोई घायल नहीं हुआ था.

ईरान के सरकारी मीडिया ने सेना के बयान के हवाले से बताया कि विमान के रिवोल्युशनरी गार्ड के ‘संवेदनशील सैन्य केंद्र’ की ओर मुड़ने के बाद उसे गलती से दुश्मन का विमान समझ लिया. इसमें कहा गया कि अमेरिका के साथ भारी तनाव के मद्देनजर सेना ‘‘पूरी तरह मुस्तैद’ थी.

बयान के मुताबिक कि ऐसे हालात में, मानवीय चूक के चलते और गैर इरादतन विमान पर निशाना बना दिया गया. ईरान ने इस हादसे के लिए माफी मांगी है और कहा है कि भविष्य में ऐसी त्रासदी को रोकने के लिए वह अपनी प्रणाली को मजबूत करेगा। बयान में यह भी कहा गया है कि इस हमले के लिए जो भी दोषी हैं, उन पर मुकदमा चलाया जाएगा. इस हादसे में मारे गए ज्यादातर लोग ईरान के थे या ईरानी मूल के कनाडाई थे. यह विमान यूक्रेन की राजधानी कीव जा रहा था.

बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए इस विमान में ईरान के 82, कनाडा के 63, यूक्रेन के 11, स्वीडन के 10, अफगानिस्तान के चार, जर्मनी के तीन और ब्रिटेन के तीन नागरिक सवार थे.

पोम्पिओ का बयान
अमेरिकी विदेशी मंत्री माइक पोम्पिओ ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका का मानना है कि इस बात की ‘‘आशंका’ है कि तेहरान के पास दुर्घटनाग्रस्त होने वाले यूक्रेन के विमान को ईरानी मिसाइल लगी हो. पोम्पियो ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि हम मानते हैं कि इसकी आशंका है कि उस विमान को एक ईरानी मिसाइल द्वारा मार गिराया गया है. हम इसकी जांच होने देंगे. यह जरूरी है कि हम इसकी तह तक जाएं.

बोरिस जॉनसन ने क्या कहा

इससे पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने गुरुवार को कहा कि ‘ऐसी जानकारी मिली है’ कि ईरान में दुर्घटनाग्रस्त हुआ यूक्रेन का बोइंग 747 विमान ईरान की मिसाइल की चपेट में आया था. उनकी यह टिप्पणी कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की ऐसी ही टिप्पणी के बाद आयी.

उड़ान भरने के कुछ समय बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त
गौरतलब है कि 8 जनवरी को यूक्रेन के इंटरनेशनल एयरलाइन का बोइंग 737एनजी के तेहरान से उड़ान भरने के कुछ समय बाद खबर आयी कि यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इराक में अमेरिकी बलों को निशाना बनाकर किये गये मिसाइल हमले के कुछ देर बाद ही यह विमान हादसा हुआ था जिसमें 176 लोगों की जान चली गयी थी.

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