31 जनवरी ब्रिटेन के लिए होगा ऐतिहासिक दिन, यूरोपीय यूनियन से बाहर होकर हो जायेगा ”आजाद”
लंदन : ब्रिटेन सरकार ने आखिरकार 31 जनवरी को यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने (ब्रेक्जिट दिवस) की सरकारी योजना की पुष्टि कर दी है. योजना के तहत, 10 डाउनिंग स्ट्रीट को लाइटों से दुल्हिन की तरह सजा करके एक विशाल घड़ी के जरिये ब्रेक्जिट की उल्टी गिनती शुरू की जायेगी. फिर, ब्रिटेन के […]
लंदन : ब्रिटेन सरकार ने आखिरकार 31 जनवरी को यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने (ब्रेक्जिट दिवस) की सरकारी योजना की पुष्टि कर दी है. योजना के तहत, 10 डाउनिंग स्ट्रीट को लाइटों से दुल्हिन की तरह सजा करके एक विशाल घड़ी के जरिये ब्रेक्जिट की उल्टी गिनती शुरू की जायेगी. फिर, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन स्थानीय समय के अनुसार रात 11 बजे आधिकारिक तौर पर यूरोपीय संघ से अलग होने से ठीक पहले राष्ट्र को संबोधित करेंगे.
इस संबोधन से पहले वह स्कॉटलैंड, उत्तरी आयरलैंड और वेल्स सहित ब्रिटेन के सभी हिस्सों के लिए एकता के संदेश के रूप में उत्तरी इंग्लैंड में मंत्रिमंडल की एक विशेष बैठक की अध्यक्षता करेंगे. डाउनिंग स्ट्रीट ने शनिवार को एक बयान में कहा कि हमारे इतिहास में 31 जनवरी एक महत्वपूर्ण क्षण है. ब्रिटेन इस दिन यूरोपीय संघ से अलग होकर फिर से स्वतंत्र होगा.
सरकार का इरादा है कि इस क्षण का इस्तेमाल दूरियों को समाप्त करने, समुदायों को फिर से एकजुट करने और देश को अगले दशक के लिए तैयार करने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए करेंगे. बयान में कहा गया है कि इस मौके पर डाउनिंग स्ट्रीट (10 नंबर-ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का सरकारी आवास) को आकर्षक रोशनी से जगमग किया जायेगा.
इसके साथ ही, डाउनिंग स्ट्रीट की काली ईंटों से बनी दीवार पर रात के 11 बजे तक चलने वाली घड़ी को लगाया गया है. व्हाइटहॉल के आसपास की इमारतों को भी रोशन किया जायेगा. जन आकांक्षा के अनुरूप पार्लियामेन्ट स्क्वायर के सभी खंभों पर यूनियन जैक भी फहराया जायेगा. उसी दिन ब्रेक्जिट की याद दिलाने वाला स्मारक सिक्का भी प्रचलन में आ जायेगा.
प्रधानमंत्री जॉनसन इस नये सिक्के को प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति हो सकते हैं. इस सिक्के में ‘शांति, समृद्धि और सभी देशों के साथ दोस्ती’ लिखा होगा. पिछले साल नवंबर में जॉनसन ने ब्रसेल्स में ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से हटने के समझौते संबंधी विधेयक को पारित कराया था. यह विधेयक 31 जनवरी की समय सीमा में कानून बन जायेगा. यह विधेयक विभिन्न संसदीय प्रक्रियाओं से आगे बढ़ चुका है.