वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग के मामले की कार्यवाही के तहत सांसद एडम शिफ के नेतृत्व में प्रतिनिधि सभा के डेमोक्रेटिक सदस्यों ने बुधवार को अपना पक्ष रखा. डेमोक्रिटक पार्टी के नेता इस बात से वाकिफ हैं कि ट्रंप को व्हाइट हाउस से बाहर निकालने में उनके सफल होने की संभावना कम है क्योंकि 100 सदस्यीय सीनेट में 53 रिपब्लिकन और 47 डेमोक्रेट हैं.
ऐसे में, प्रतिनिधि सभा में बहुमत वाली डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्यों ने नवंबर में होने वाले चुनाव को ध्यान में रखकर सीनेट के पटल पर अपनी दलीलें पेश कीं. हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के प्रमुख एडम शिफ ने सीनेट में आकर कहा कि ट्रंप को सत्ता के गलत इस्तेमाल और कांग्रेस के काम में बाधा डालने के लिए पद से हटाया जाना चाहिए.
उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रंप ने चुनाव में धोखाधड़ी करने के लिए अपनी ताकत का दुरुपयोग किया. शिफ ने दलीलें रखते हुए शुरुआत में अमेरिकी विद्वान एवं इसके संस्थापकों में शामिल अलेक्जैंडर हैमिल्टन का जिक्र किया जिन्होंने ऐसे परिदृश्य की कल्पना की थी जब देश का भावी राष्ट्रपति अपने निजी हितों को राष्ट्र से पहले रखेगा.
उन्होंने कहा, ‘हम आज इस सदन में इतिहास में तीसरी बार यह गंभीर कार्रवाई कर रहे हैं क्योंकि अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप ने वह काम किया है जिसकी हैमिल्टन एवं उनके समकालीनों को आशंका थी.”
डेमोक्रेट्स के अपना पक्ष रखने के बाद व्हाइट हाउस के वकील ट्रंप के बचाव में दलील देंगे. ट्रंप के खिलाफ अपने पद का दुरुपयोग करते हुए यूक्रेन पर डेमोक्रेटिक नेता जो बाइडेन के बेटे हंटर बाइडेन के खिलाफ जांच के लिए दबाव बनाने और कांग्रेस की जांच को बाधित करने के आरोप लगे हैं. महाभियोग सुनवाई की अध्यक्षता उच्चतम न्यायालय के चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स कर रहे हैं.