फ़र्रुख़ाबाद में एक व्यक्ति ने 20 बच्चों को बंधक बनाया, कमांडो रवाना

<p>उत्तर प्रदेश के फ़र्रुख़ाबाद ज़िले के मोहम्मदाबाद क़स्बे में गुरुवार दोपहर एक व्यक्ति ने 20 बच्चों को अपने घर में बंधक बना लिया. </p><p>बच्चे अभी भी उस व्यक्ति के क़ब्ज़े में हैं और वह व्यक्ति लगातार विधायक और अधिकारियों को बुलाने की मांग कर रहा है. इस दौरान कई बार दरवाज़े के पीछे से गोलियां […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2020 10:40 PM

<p>उत्तर प्रदेश के फ़र्रुख़ाबाद ज़िले के मोहम्मदाबाद क़स्बे में गुरुवार दोपहर एक व्यक्ति ने 20 बच्चों को अपने घर में बंधक बना लिया. </p><p>बच्चे अभी भी उस व्यक्ति के क़ब्ज़े में हैं और वह व्यक्ति लगातार विधायक और अधिकारियों को बुलाने की मांग कर रहा है. इस दौरान कई बार दरवाज़े के पीछे से गोलियां चलाने और बम की आवाज़ें भी सुनी गई हैं.</p><p>कानपुर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने बीबीसी को बताया, &quot;स्थानीय अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं. बंधक बच्चों को मुक्त कराने के लिए एटीएस के कमांडो बुलाए गए है. फ़िलहाल बंधक बनाने का मक़सद समझ में नहीं आ रहा है क्योंकि बंधक बनाने वाले व्यक्ति ने कोई मांग नहीं रखी है.&quot;</p><p>बताया जा रहा है कि बम के धमाके से घर की एक दीवार भी गिर गई जिसके मलबे की चपेट में आने से दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. मोहम्मदाबाद तहसील के करसिया गांव के जिस घर में बच्चों को बंधक बनाकर रखा गया है, वह घर सुभाष बाथम का है जो पुलिस के मुताबिक़, शातिर क़िस्म का अपराधी है और कई बार जेल भी जा चुका है. उसके ऊपर हत्या का भी मुक़दमा चल रहा है.</p><p>स्थानीय लोगों के मुताबिक़, गुरुवार दोपहर बेटी के जन्मदिन के बहाने सुभाष बाथम ने गांव के बच्चों को अपने घर दावत पर बुलाया. सभी बच्चे दोपहर क़रीब तीन बजे तक उसके घर पहुंच गए. इसके बाद सुभाष बाथम ने घर के मुख्य दरवाज़े को अंदर से बंद कर लिया.</p><p>शाम क़रीब साढ़े चार बजे जब एक महिला अपने बच्चे को लेने पहुंची, तब उसे पता चला कि बच्चे सुभाष बाथम के क़ब्ज़े में हैं. महिला ने ही पुलिस को सूचना दी.</p><p>फ़र्रुख़ाबाद के पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार मिश्र ने बताया, &quot;सुभाष बाथम एक शातिर अपराधी है और उसी ने गांव के बच्चों को घर के अंदर बंधक बना लिया है. बच्चों को उसके चंगुल से छुड़ाने का प्रयास किया जा रहा है. सुभाष को समझाने की कोशिश की जा रही है कि बच्चों को किसी तरह से कोई नुक़सान न पहुंचाए. हमारी पहली कोशिश यही है कि पुलिस सकुशल बच्चों को बाहर निकाले.&quot;</p><p>बताया जा रहा है कि मौक़े पर पहुंची पुलिस को देखते ही सुभाष बाथम ने फ़ायरिंग शुरू कर दी और कुछ देसी बम भी फोड़े. गांव के ही अनुपम दुबे नाम के एक व्यक्ति ने मीडिया को बताया कि वह जब सुभाष से बात करने के लिए उसके घर की ओर गए तो उसने उन्हें भी गोली मार दी जो उनके पैर में लगी.</p><p>आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने बताया कि पुलिस के कई अधिकारी वहां पहुंच गए हैं और हर हाल में बच्चों की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित कराने की कोशिश में लगे हैं. बच्चों के परिजनों में इसे लेकर बेहद डर है और गांव में भी लोग काफ़ी डरे हुए हैं. घटना की जानकारी के बाद पुलिस के आला अफ़सर प्रशासनिक अधिकारी भी मौक़े के लिए रवाना हो गए हैं.</p><p><strong>(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप </strong><a href="https://play.google.com/store/apps/details?id=uk.co.bbc.hindi">यहां क्लिक</a><strong> कर सकते हैं. आप हमें </strong><a href="https://www.facebook.com/bbchindi">फ़ेसबुक</a><strong>, </strong><a href="https://twitter.com/BBCHindi">ट्विटर</a><strong>, </strong><a href="https://www.instagram.com/bbchindi/">इंस्टाग्राम</a><strong> और </strong><a href="https://www.youtube.com/bbchindi/">यूट्यूब</a><strong> पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.</strong><strong>)</strong></p>

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