इस्लामाबाद : पाकिस्तान में पेशावर के आर्मी स्कूल पर 2014 में हुए हमले में मारे गये बच्चों के परिजनों ने यहां एक अदालत में याचिका दायर कर हमले के सरगना के जेल से कथित तौर पर भागने के लिए जिम्मेदार रहे लोगों के खिलाफ अदालत की अवमानना का मुकदमा चलाने की अपील की. पाकिस्तान तालिबान का पूर्व प्रवक्ता एहसानुल्ला एहसान पेशावर आर्मी स्कूल पर हुए जानलेवा आतंकवादी हमले और 2012 में मलाला युसुफजई पर गोलीबारी का जिम्मेदार है.
उसने एक ऑडियो क्लिप जारी कर दावा किया कि वह 11 जनवरी को सुरक्षा एजेंसियों की जेल से भाग चुका है. बीते गुरुवार को सोशल मीडिया पर आयी ऑडियो क्लिप में एहसान ने कहा कि पाकिस्तानी बल 2017 में आत्मसमर्पण के दौरान उससे किये गये वादे पूरे करने में नाकाम रही. इसलिए, वह जेल से भाग गया.
शुहदा एपीएस फोरम ने हमले में मारे गये बच्चों के परिजनों की ओर से इस मामले में याचिका दायर की है. फोरम के अध्यक्ष फजल खान ने कहा कि उन्होंने पेशावर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर आला अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की अपील की है. उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख, आईएसआई प्रमुख के साथ साथ संघीय और प्रांतीय सचिवों को इस मामले में प्रतिवादी बनाया जाना चाहिए.
याचिकाकर्ता ने कहा कि पेशावर हाईकोर्ट ने अप्रैल, 2018 में अधिकारियों को एहसान की रिहाई पर रोक लगाने की हिदायत दी थी. ऐसे में, उस आदेश का पालन नहीं करने के लिए प्रतिवादियों के खिलाफ अदालत की अवमानना का मुकदमा चलाया जाना चाहिए.