कामकाजी महिलाओं को स्तन कैंसर का अधिक खतरा

लंदन : पूर्वाग्रह और भेदभाव समेत कार्यस्थल पर तनाव के कारण कामकाजी महिलाओं के स्तन कैंसर की चपेट में आने की आशंका नाटकीय रुप से बहुत अधिक बढ़ जाती है. एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है. अध्ययन में दावा किया गया है कि कामकाजी महिलाओं को अन्य महिलाओं के मुकाबले स्तन कैंसर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:47 PM

लंदन : पूर्वाग्रह और भेदभाव समेत कार्यस्थल पर तनाव के कारण कामकाजी महिलाओं के स्तन कैंसर की चपेट में आने की आशंका नाटकीय रुप से बहुत अधिक बढ़ जाती है. एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है. अध्ययन में दावा किया गया है कि कामकाजी महिलाओं को अन्य महिलाओं के मुकाबले स्तन कैंसर होने की आशंका 70 फीसदी अधिक बढ़ी पायी गयी.

1970 के दशक में उम्र के 30वें पड़ाव पर रही महिलाओं पर कई दशकों तक किए गए अध्ययन के बाद कार्यस्थल के तनाव और कैंसर के बीच संबंध पाया गया. यह भी देखा गया कि जिन महिलाओं ने जितने अधिक समय तक नौकरी की उनमें उतना ही कैंसर का खतरा बढ़ता गया. अध्ययन में ऐसी करीब चार हजार महिलाओं को शामिल किया गया था जो 1975 में 36 की उम्र में थीं. द इंडिपेंडेंट में यह रिपोर्ट प्रकाशित हुई है.

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