असम हिंसाः मोदी ने मांगी रिपोर्ट

असम-नगालैंड सीमा पर चल रही हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर गृह मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. क़रीब एक सप्ताह पहले असम के सीमावर्ती ज़िले गोलाघाट में कथित तौर पर नगालैंड से आए हथियारबंद लोगों ने असम के ग्रामीणों पर हमला किया था, जिससे वहाँ हिंसा फैल गई. इस हिंसा में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 21, 2014 9:48 AM

असम-नगालैंड सीमा पर चल रही हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर गृह मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है.

क़रीब एक सप्ताह पहले असम के सीमावर्ती ज़िले गोलाघाट में कथित तौर पर नगालैंड से आए हथियारबंद लोगों ने असम के ग्रामीणों पर हमला किया था, जिससे वहाँ हिंसा फैल गई.

इस हिंसा में अब तक नौ लोग मारे गए हैं, जबकि 10,000 लोग घरों को छोड़कर पलायन कर गए हैं.

प्रधानमंत्री के मुख्य सचिव नृपेंद्र मिश्र ने गोलाघाट की स्थिति पर गृह मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी थी.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पीएमओ के निर्देश के कुछ ही घंटों में गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट सौंप दी.

(हिंसा होगी या नहीं, हम कैसे कहें: गोगोई)

असम-नगालैंड सीमा के पास स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए गृह मंत्रालय पहले ही अर्धसुरक्षा बल के 1,000 जवान तैनात कर चुका है.

असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई और नगालैंड के मुख्यमंत्री टीआर ज़ेलियन इस समस्या के समाधान के लिए गुरुवार को गुवाहाटी में मिलेंगे.

गोलाघाट ज़िले के हिंसाग्रस्त इलाके उरियमघाट के दौरे पर रविवार को गए गोगोई पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया था.

तरुण गोगोई ने राज्य की सीमा के उस पार से होने वाले हमलों को रोकने में विफल रहने के लिए इलाके में तैनात केंद्रीय सुरक्षा बल को ज़िम्मेदार ठहराया है.

हालांकि गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजु ने बुधवार को गोगोई के इस आरोप को ‘आधारहीन’ बताया है.

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