हेडर से सिर में चोट, तो कौन ज़िम्मेदार?

अमरीका में कुछ युवा फ़ुटबॉल खिलाड़ियों और उनके माता-पिता ने फ़ुटबॉल से सिर पर लगने वाली चोट के ख़तरे पर फ़ीफ़ा और अमरीकी फ़ुटबॉल संघों पर मुक़दमा किया है. कैलिफ़ोर्निया की अदालत में दायर मुक़दमें में फ़ुटबॉल संगठनों पर युवा खिलाड़ियों की सुरक्षा में ‘असावधानी और लापरवाही’ बरतने का आरोप लगाया गया है. सख्त सुरक्षा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2014 10:22 PM

अमरीका में कुछ युवा फ़ुटबॉल खिलाड़ियों और उनके माता-पिता ने फ़ुटबॉल से सिर पर लगने वाली चोट के ख़तरे पर फ़ीफ़ा और अमरीकी फ़ुटबॉल संघों पर मुक़दमा किया है.

कैलिफ़ोर्निया की अदालत में दायर मुक़दमें में फ़ुटबॉल संगठनों पर युवा खिलाड़ियों की सुरक्षा में ‘असावधानी और लापरवाही’ बरतने का आरोप लगाया गया है.

सख्त सुरक्षा नियमों की मांग

याचिका में युवा खिलाड़ियों के लिए किसी मैच में हेडर्स की सीमा तय करने के साथ-साथ नए सुरक्षा नियम बनाने की भी मांग की गई है.

अमरीकी कॉलेजों के खेल प्राधिकरण ने पिछले महीने ही इसी तरह का मुक़दमा निपटाया था.

अमरीका का नेशनल कॉलेज़िएट एथलेटिक एसोसिएशन (एनसीएए) सिर में चोट लगने के बाद खिलाड़ियों को दिए जाने वाले आराम के नियम सख़्त करने पर राज़ी हुआ था.

साथ ही एसोसिएशन मस्तिष्क में लगने वाली चोटों के लिए लाखों डॉलर का फंड बनाने पर भी सहमत हुई थी.

फ़ीफ़ा के ख़िलाफ़ यह मुक़दमा दो पूर्व युवा ख़िलाड़ियों ने दाख़िल किया है.

इसके तहत किसी तरह के हर्जाने की मांग तो नहीं की गई है, लेकिन बचपन में फ़ुटबॉल खेलने वाले बच्चों और किशोरों के लिए स्वास्थ्य निगरानी योजना शुरू करने की मांग की गई है.

इस बीच, फ़ीफ़ा के प्रवक्ता ने अमरीकी मीडिया से कहा कि वह इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते, क्योंकि उन्होंने अभी तक मुक़दमें के दस्तावेज़ नहीं देखे हैं.

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