रांची : स्टेशन रोड स्थित होटल एकॉर्ड इन का कमरा नंबर 307, जो हमेशा रंजीत उर्फ रकीबुल के नाम पर बुक रहता था. वहां कौन-कौन लोग आते थे, इसकी जांच के लिए होटल में लगे सीसीटीवी फुटेज हासिल करने का निर्देश सिटी एसपी ने दिया है. उन्होंने यह निर्देश केस के अनुसंधानकर्ता इंस्पेक्टर हरिश्चंद्र सिंह को दिया है. हालांकि शुक्रवार की शाम तक पुलिस सीसीटीवी फुटेज हासिल नहीं कर पायी थी. पुलिस ने होटल में कमरा बुक होने के संबंध में जब रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल से पूछताछ की, तब उसने बताया कि होटल के मालिक के उसकी दोस्ती है. इस वजह से वह अक्सर वहां आता-जाता था. कमरे के लिए उसे रुपये भी नहीं देने पढ़ते थे.
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लव जिहाद:20 मिनट चला था निकाहनामा
रांची : रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन और तारा का निकाह करानेवाले शहर काजी ने शुक्रवार को बताया कि उन्होंने ब्लेयर अपार्टमेंट में दोनों का निकाह करवाया था. निकाह के लिए हाजी हरसामुद्दीन ने उन्हें आठ अगस्त की दोपहर फोन करके बुलाया था. निकाह के दौरान हाइकोर्ट के विजिलेंस रजिस्ट्रार मो मुस्ताक अहमद समेत […]
रांची : रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन और तारा का निकाह करानेवाले शहर काजी ने शुक्रवार को बताया कि उन्होंने ब्लेयर अपार्टमेंट में दोनों का निकाह करवाया था. निकाह के लिए हाजी हरसामुद्दीन ने उन्हें आठ अगस्त की दोपहर फोन करके बुलाया था. निकाह के दौरान हाइकोर्ट के विजिलेंस रजिस्ट्रार मो मुस्ताक अहमद समेत कई गण्यमान्य लोग उपस्थित थे.
शहर काजी कारी जान मोहम्मद मुस्तफा ने बताया कि आठ जुलाई की शाम 6.15 बजे के बाद ब्लेयर अपार्टमेंट में निकाहनामा का कार्यक्रम शुरू हुआ था. कार्यक्रम करीब 20 मिनट तक चला था. उन्होंने ही इसकी प्रक्रिया शुरू करायी थी.
उन्होंने सबसे पहले लड़के का नाम पूछा. लड़के ने अपना नाम रकीबुल हसन और पिता का नाम हरनाम सिंह कोहली बताया. इस पर काजी ने ऐतराज जताया था. तब वहां मौजूद लोगों ने कहा था कि रकीबुल पांच-छह साल पहले ही इसलाम धर्म स्वीकार कर चुका है, इसलिए इसमें कोई दिक्कत नहीं है. इसके बाद उन्होंने परदे के पीछे बैठी लड़की का नाम पूछा. लड़की ने अपना नाम सारा परवीन बताया. पिता का नाम पूछने पर लाला अंबिका नाथ शाहदेव बताया. इस पर भी उन्होंने ऐतराज किया, तो मौजूद लोगों ने कहा था कि दोनों मुसलमान हो गये हैं, इसलिए कोई आपत्ति नहीं है. इसके बाद उन्होंने कबूलनामा करवाया.
कबूलनामा में लड़की ने तीन बार कबूल है कहा था. शहर काजी ने बताया कि निकाहनामा के बाद उन्होंने रकीबुल और सारा परवीन से धर्म परिवर्तन से संबंधित कोर्ट के कागजात मांगे, तो उन्होंने कागजात नहीं दिखाया. इस पर उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा था कि जब आप लोग कागज देंगे, तभी हम निकाह का प्रमाण पत्र देंगे. कागज नहीं देने पर निकाहनामा कबूल नहीं होगा. काजी के अनुसार इतना बोल कर वह वहां से निकल गये थे, क्योंकि माहौल समझ में नहीं आ रहा था. शहर काजी ने बताया कि रकीबुल के घर में इफ्तार व दावत की व्यवस्था भी थी. मुङो उसमें शामिल होने कहा गया था, लेकिन मैंने कहा था कि इफ्तारी वहीं करते हैं, जहां तराबी का नवाज पढ़ाते हैं, इसलिए मैं यहां इफ्तार नहीं करूंगा.
यह पूछे जाने पर कि निकाह के वक्त लड़की के माता-पिता मौजूद थे या नहीं, शहर काजी ने कहा कि परदे के दूसरी तरफ कौन लोग थे, मुङो नहीं पता. मैंने उन्हें नहीं देखा.
सीसीटीवी फुटेज की होगी जांच
हालांकि पुलिस अधिकारियों को रंजीत सिंह के जवाब पर संदेह है, इसलिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इस बात की जांच करेगी कि होटल के कमरे में क्या होता था. वहां किन लोगों का आना-जाना था. इसके अलावा पुलिस को और कुछ सवालों के जवाब चाहिए, जिसके संबंध में तारा शाहदेव ने पुलिस को बताया है.
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