देवघर: तारा शाहदेव मामले में अपना नाम आने से बौखलाये देवघर के एसडीपीओ अनिमेष नैथानी ने गुरुवार को अपनी ही प्रेस कांफ्रेंस में प्रभात खबर के पत्रकार आशीष कुंदन को बेवजह थप्पड़ मारा. गला दबाया व मोबाइल छीन लिया. कुछ पत्रकारों ने आशीष को बचाया. एसडीपीओ ने प्रभात खबर के खिलाफ गुस्से का इजहार करते कहा कि मुङो टारगेट कर खबर लिखी जा रही है. एक-एक को देख लूंगा. देवघर से राजस्थान तक मेरे कई लोग हैं, जो केस करेंगे.
घटनाक्रम : एसपीडीओ अनिमेष नैथानी ने सुबह 10.30 बजे क्राइम रिपोर्टर आशीष कुंदन को एसएमएस कर प्रेस कांफ्रेंस में आने को कहा. विलंब होने पर पुन: फोन आया. पत्रकार आशीष एसडीपीओ के चेंबर में पहुंचे. एसडीपीओ अपनी बात पत्रकारों से कह रहे थे, तो आशीष ने मोबाइल से उनकी बातों को रिकॉर्ड करना शुरू किया. इसी बीच एसडीपीओ उठे और आशीष को एक थप्पड़ जड़ दिया.
उसके हाथ से मोबाइल छीन लिया. दूसरे पत्रकारों को वहां से जाने को कहा और आशीष का गला दबाने का प्रयास किया. कहा कि सबको सबक सिखा देंगे. तुमको और पूरे प्रभात खबर को इतना केस में फंसायेंगे कि जवाब देते नहीं बनेगा. उसके बाद सभी पत्रकार वहां से निकल गये.
अफसरों के हस्तक्षेप के बाद थाने ने ली शिकायत
घटना के बाद पत्रकार ने नगर थाने में आवेदन दिया, लेकिन थाना प्रभारी ने शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया. तब पत्रकारों ने एसपी के नाम एक आवेदन सौंपा. रात 8.30 बजे प्रभारी एसपी मधुपुर एसडीपीओ बीके चौधरी और पुलिस के आलाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद नगर थाना प्रभारी ने पत्रकार को बुलाया और एसडीपीओ नैथानी के खिलाफ लिखा आवेदन लिया. खबर लिखे जाने तक नगर थाने ने मामला दर्ज नहीं किया था.
डीसी-प्रभारी एसपी को सौंपा ज्ञापन
देवघर प्रेस क्लब के पत्रकारों ने घटना के विरोध में अध्यक्ष जयनारायण राय की अध्यक्षता में बैठक कर एसडीपीओ को तत्काल निलंबित करने की मांग की. बैठक के बाद पत्रकारों का प्रतिनिधिमंडल डीसी अमित कुमार और प्रभारी एसपी मधुपुर एसडीपीओ बीके चौधरी से मिल कर उन्हें ज्ञापन सौंपा. कड़ी कार्रवाई की मांग की. प्रतिनिधिमंडल में पत्रकार सुशील भारती, प्रो रामनंदन सिंह, प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष आरसी सिन्हा, डी भारती, शैलेंद्र मिश्र, आलोक संतोषी, अरुण केशरी, रंजीत झा, बैद्यनाथ वर्मा, प्रवीण कुमार, उत्तम जायसवाल, शेखर कुमार, चंद्रशेखर यादव, संजीत मंडल, अजय यादव, विजय कुमार, अमरनाथ पोद्दार, अंग्रेज दास, राज कुमार साह आदि मौजूद थे.
सरकार को भेजेंगे संयुक्त रिपोर्ट : डीसी
पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल से डीसी अमित कुमार ने कहा कि प्रेस कांफ्रेंस में किसी अधिकारी द्वारा इस तरह की हरकत निंदनीय है. एसपी से बातचीत कर पहले एसडीपीओ को शो-कॉज किया जायेगा. जवाब आने के बाद उनकी व एसपी की संयुक्त रिपोर्ट सरकार को भेजेंगे. तारा शाहदेव प्रकरण की जांच कर रही रांची पुलिस को भी इस घटना से अवगत करायेंगे. एक जवाबदेह पदाधिकारी ने गलत कदम उठाया है, पीड़ित पत्रकार को न्याय जरूर मिलेगा.
एसडीपीओ अनिमेष नैथानी द्वारा पत्रकार आशीष कुंदन को थप्पड़ मारे जाने की घटना के बारे में पत्रकारों के प्रतिनिधिमंडल से जानकारी मिली है. एक ज्ञापन भी प्राप्त हुआ है. मैं प्रभार में हूं. इसलिए प्रेस क्लब के इस मेमोरेंडम को उचित जगह पर प्रेषित कर दूंगा, ताकि अग्रेतर कार्रवाई हो सके.
-बीके चौधरी, प्रभारी एसपी सह एसडीपीओ मधुपुर
स्पीकर ने की डीजीपी से बात
रांची. झारखंड विधानसभा के स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता ने पत्रकार की पिटाई को गंभीरता से लिया है. श्री भोक्ता ने इस सिलसिले में डीजीपी राजीव कुमार से बात की. कहा कि एसडीपीओ का व्यवहार अमर्यादित और सर्विस रूल के विपरीत है. स्पीकर के मुताबिक, डीजीपी ने मामले में कार्रवाई का निर्देश दिया है. बताया कि वह मामले की जांच कर अविलंब कार्रवाई करेंगे.
‘‘देवघर के एसडीपीओ ने गलत किया है. शिकायत मिलते ही मामले की जांच करा कर अनिमेष नैथानी के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
राजीव कुमार, डीजीपी
देवघर डीएसपी ने प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकार को मारा थप्पड़, राजनीतिक दलों ने की भर्त्सना, कहा उद्दंड हैं डीएसपी, सरकार हटाये
देवघर डीएसपी अनिमेष नथानी की ओर से प्रेस कांफ्रेंस में प्रभात खबर के संवाददाता को पीटे जाने की घटना की विभिन्न राजनेताओं और राजनीतिक दलों ने निंदा की है. स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता ने भी डीएसपी के कारनामे को कुकृत्य बताया है. राजनीतिक दलों ने मांग की है कि डीएसपी को तत्काल सरकार हटाये. विभिन्न दलों ने कहा है कि डीएसपी ने लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया है. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर यह हमला है. राजनीतिक दलों ने डीजीपी से डीएसपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. पूर्व मुख्यमंत्री अजरुन मुंडा, रघुवर दास, प्रदीप यादव, विनोद सिंह, गिरिनाथ सिंह, सुखदेव भगत सहित कई नेताओं ने घटना की कड़ी भर्त्सना की है.
डीएसपी ने कुकृत्य किया, कहीं न हो पदस्थापन : स्पीकर
स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता ने कहा है कि देवघर डीएसपी अनिमेष नैथानी ने कुकृत्य किया है. मीडिया प्रजातंत्र का चौथा स्तंभ है. बाकी तीन स्तंभ के काम को मीडिया ही जनता तक पहुंचाती है. मीडिया पर हमला का प्रतिवाद करता हूं. इस मामले में मुख्यमंत्री और डीजीपी से बात करूंगा. इस डीएसपी को कभी भी जिला में पदस्थापित नहीं किया जाये. मामला बतौर स्पीकर मेरे संज्ञान में भी आता है, तो हम अपने स्तर से कार्रवाई करेंगे. पूरे मामले में पुलिस से जवाब मांगा जायेगा. पुलिस अधिकारी ने अराजकतावादी काम किया है. इनका कृत्य व्यवस्था के खिलाफ है. पुलिस अपने काम में विफल रहती है, तो आक्रोश मीडिया पर निकालती है. डीएसपी को कुछ कहना था, तो जांच चल रही है, उस मंच पर बोलते. सरकार तत्काल पूरे मामले को हस्तक्षेप करे.
डीएसपी पर हो कार्रवाई : मुंडा
पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष अजरुन मुंडा ने डीएसपी अनिमेष नथानी की ओर से प्रभात खबर संवाददाता के साथ की गयी मारपीट की घटना की निंदा की है. श्री मुंडा ने कहा कि डीएसपी का व्यवहार अशोभनीय है. पत्रकार वार्ता में डीएसपी को संयमित होकर सवालों का जवाब देना चाहिए. यह काफी गंभीर मामला है. सरकार को इसकी जांच कर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए. तारा शाहदेव और रंजीत कोहली के प्रकरण में भी डीएसपी का नाम आया है. पुलिस को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए.
दंडित करे सरकार : प्रदीप
झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि डीएसपी नथानी ने दंडित किये जानेवाला काम किया है. डीएसपी ने पहले बड़ी घटनाओं के पात्रों के साथ रिश्ता बनाया, फिर खुद को निदरेष साबित करने के लिए दंडनीय काम करते हैं. उन पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. सरकार नथनानी को तत्काल निलंबित करे. उसके बाद कठोर कार्रवाई होनी चाहिए.
डीएसपी को हटायें : रघुवर
भाजपा विधायक रघुवर दास ने कहा है कि राज्य में अराजकता की स्थिति है. डीएसपी ने पत्रकार के साथ जो कुछ किया, वह निंदनीय है. इसे तत्काल हटाया जाना चाहिए. राज्य में जो स्थिति बनी हुई है, उसमें राज्यपाल को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए. इस तरह की व्यवस्था नहीं चल सकती है. मीडिया पर हमला करने वाले लोकतंत्र विरोधी है. ऐसे लोगों को जिम्मेवारी के पद पर रखना लोकतंत्र विरोधी होगा.
मामला गंभीर है : सुखदेव
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने कहा कि देवघर के डीएसपी का काम निंदनीय है. पत्रकारों का प्रेस कांफ्रेंस में बातों को रिकार्ड करना स्वाभाविक प्रतिक्रिया है. इस बात पर हाथ उठाना बिल्कुल गलत है. डीएसपी कानून का रक्षक होता है. उनके ही द्वारा कानून का उल्लंघन गंभीर बात है. यह निंदनीय होने के साथ-साथ दंडनीय भी है. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर प्रहार को माफी हरगिज नहीं दी जा सकती है.
कार्रवाई करे सरकार : विनोद सिंह
माले विधायक विनोद सिंह ने कहा कि देवघर डीएसपी का कुकृत्य दुखदायी है. रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल के प्रकरण से यह साफ हो गया है कि राज्य में प्रशासनिक अधिकारियों, मंत्रियों और न्यायपालिका का गंठजोड़ काम कर रहा है. दिक्कत यह है कि घटना के सामने आने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. घटना में जिन मंत्रियों या अधिकारियों का नाम है, उनको तत्काल निलंबित करना चाहिए. सरकार की शह पर ही अभियुक्त कह रहा है कि कोई मेरा क्या बिगाड़ लेगा.
उद्दंड है डीएसपी, निलंबित करें : गिरिनाथ
राजद के प्रदेश अध्यक्ष गिरिनाथ सिंह ने कहा है कि डीएसपी ने उद्दंडता का काम किया है. प्रेस कांफ्रेंस में किसी पत्रकार को पीट दे, इसे माफ नहीं किया जा सकता है. मुख्यमंत्री तत्काल डीएसपी की संचिका मंगाये, उसका निलंबन होना चाहिए. डीएसपी ने जो कुछ किया है वह लोकतंत्र की हत्या है. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है.
बौखलाये हुए हैं डीएसपी : प्रकाश विप्लव
सीपीएम नेता प्रकाश विप्लव ने कहा है कि डीएसपी ने पुलिसिया रौब दिखाया है. वह बौखलाये हुए हैं. डीएसपी को सरकार तत्काल हटाये. ऐसे लोगों को पुलिस में रहने का अधिकार नहीं है. सरकार को तत्काल इसमें हस्तक्षेप करे. पुलिस ने अपना चरित्र दिखाया है.