भारत में अल कायदा की शाखा खुलने को बड़ा खतरा नहीं मानता अमेरिका
वाशिंगटन:अमेरिका भारत में अलकायदा की शाखा खोलने की घोषणा को बड़े खतरे के रूप में नहीं देखता है. व्हाइट हाउस में नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की प्रवक्ता केटलिन हेडन ने कहा, इस घोषणा को हम उस पूरे क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय रहे अल कायदा की नई क्षमताओं के संकेत के रुप में नहीं देखते. […]
वाशिंगटन:अमेरिका भारत में अलकायदा की शाखा खोलने की घोषणा को बड़े खतरे के रूप में नहीं देखता है. व्हाइट हाउस में नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल की प्रवक्ता केटलिन हेडन ने कहा, इस घोषणा को हम उस पूरे क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय रहे अल कायदा की नई क्षमताओं के संकेत के रुप में नहीं देखते.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, हमने भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा की नई शाखा से जुडी खबरें देखी हैं. अमेरिका अल-कायदा को निष्क्रिय करने के लिए प्रतिबद्ध है. वह यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि यह संगठन अमेरिकी जनता के लिए कभी भी खतरा न पैदा करे.
उन्होंने कहा कि अल-कायदा के अस्थिरताकारी प्रभाव का सामना करने के लिए, उसे सुरक्षित पनाह हासिल करने से रोकने के लिए, हिंसक चरमपंथ से निपटने के लिए और स्थिति वापस सामान्य बनाने के लिए अमेरिका ने इस क्षेत्र में मजबूत आतंकवाद-रोधी साझेदारियां की हैं.
वर्ष 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद, अमेरिका और भारत के बीच आतंकवाद-रोधी मुद्दों पर सहयोग में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है. हमलों में 166 लोग मारे गए थे जिनमें छह अमेरिकी भी शामिल थे.
ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब इस माह के अंत में राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिलने के लिए वाशिंगटन यात्र पर जाएंगे, तब दोनों देशों के बीच चर्चाओं में यह एक अहम मुद्दा होगा.
हेडन ने कहा, हमने क्षेत्र में अल-कायदा को गंभीर चोट पहुंचाई है. हम अमेरिकी जनता को खतरा पैदा करने वाले इस समूह और उसके सहयोगी संगठनों के खिलाफ अपने प्रयास जारी रखेंगे. अल-कायदा के आधिकारिक मीडिया संगठन अस सहाब ने यू ट्यूब समेत कई सोशल मीडिया साइटों पर एक लंबा वीडियो पोस्ट किया था. इसमें उसने भारतीय उपमहाद्वीप में कायदात अल-जिहाद नामक समूह के गठन की घोषणा की थी.