आइएसआइ का भय दिखा कर पाक सेना,शरीफ व भारत को बना रही निशाना

वाशिंगटन : पाकिस्तान की सेना और आइएसआइ भारत को धमकाने और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को कमजोर करने की खातिर आतंकवादी खतरे के डर का इस्तेमाल कर रही है, ताकि अपने असैन्य नेताओं के खिलाफ घरेलू फायदा सुनिश्चित कर सके. यह बात सीआइए के एक पूर्व विश्लेषक ने रीडेल कही है. उन्होंने डेली बीस्ट में लिखा, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 7, 2014 7:30 AM

वाशिंगटन : पाकिस्तान की सेना और आइएसआइ भारत को धमकाने और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को कमजोर करने की खातिर आतंकवादी खतरे के डर का इस्तेमाल कर रही है, ताकि अपने असैन्य नेताओं के खिलाफ घरेलू फायदा सुनिश्चित कर सके. यह बात सीआइए के एक पूर्व विश्लेषक ने रीडेल कही है.

उन्होंने डेली बीस्ट में लिखा, बुधवार को हालात को और जटिल बनाने के लिए अलकायदा ने अपने नेता अल जवाहिरी का एक नया वीडियो टेप जारी किया, जिसमें भारत में अलकायदा की एक शाखा का गठन करने की घोषणा की गयी. भारत में अलकायदा की नयी शाखा के गठन को लेकर बढ़ती चिंता के बीच रीडेल ने कहा कि इस में कोई संदेह नहीं है कि अल जवाहिरी ने पाकिस्तान में अपने ठिकाने में नया टेप बनाया है और भारतीयों को संदेह है कि आइएसआइ उसकी मदद कर रही है. जवाहिरी का लंबे समय से लश्करे तैयबा और हाफिज सईद से संबंध रहा है.

* क्या है पाक सेना की नाराजगी
रीडेल ने कहा कि भारी शस्त्रों से लैस आतंकवादियों के एक दस्ते ने हेरात, अफगानिस्तान में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला किया. यह हमला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण से ठीक पहले किया गया था. कहा, हेरात अभियान के लक्ष्यों में से एक था कि शरीफ को बदनाम किया जाये, शरीफ अपार बहुमत से निर्वाचित हुए हैं, इसलिए सेना शरीफ से नाखुश है.

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