जयपुर : ऐसी मान्यता है कि हनुमान जी अमर हैं और वे हमेशा पृथ्वी पर विजरने करते रहते हैं. जहां कहीं भी राम नाम का जाप होता है, भक्त हनुमान वहां किसी न किसी वेष में पहुंच जाते हैं. लेकिन अगर हनुमान जी अपना आधार कार्ड बनवा लें, तो आप कैसा महसूस करेंगे?
जी हां, यह सच है. राजस्थान के सीकर जिले के दांतारामगढ डाकघर में हनुमानजी का आधार कार्ड बनकर पहुंच गया है लेकिन उसे लेने के लिए अभी तक कोई नहीं आया है. आधार कार्ड पर लिखा पता है , हनुमानजी, पुत्र पवन जी, वार्ड नंबर 6 पंचायत समिति के पास , दांतारामगढ जिला सीकर(राजस्थान). आधार कार्ड बेंगलूर से बन कर आया हुआ है. लेकिन डाकिया चार पांच दिनांे से आधार कार्ड देने के लिए हनुमानजी को खोज रहा है लेकिन हनुमानजी मिल नहीं रहे है.
सीकर जिले के दांतारामगढ डाकघर के पोस्टमास्टर गोबराज ने आज बताया आधार कार्ड पर हनुमानजी (गदाधारी हनुमान) का फोटो है , आधार कार्ड में हनुमानजी की जन्म तिथि 01-01-1959 मोबाइल नंबर 9680277444 लिखा हुआ है. हनुमानजी की फोटो वाला आधार कार्ड का क्रमांक 209470519541, नामांकन क्रम 1018-18252-01821 और कार्ड धारक के हस्ताक्षर के स्थान पर अंगूठे का निशान लगा हुआ है.
उन्होंने बताया कि हनुमानजी की फोटोयुक्त आधार कार्ड बेंगलूर से 14 अगस्त 2014 को पोस्ट किया गया है और दांतारामगढ़ पोस्टऑफिस में यह आधार कार्ड 6 सितंबर 2014 को प्राप्त हुआ. दातांरामगढ़ के डाकिये हीरा लाल सैनी इस आधार कार्ड को लेकर दो दिन तक हनुमानजी पुत्र पवन जी को ढूंढ़ते रहे. हनुमानजी नहीं मिलने पर पोस्टऑफिस में आकर आधार कार्ड धारक को पहुंचाने की गरज से लिफाफे को खोला गया था. गोबराज ने कहा कि डाकिया सैनी आधार कार्ड पर हनुमानजी की फोटो देखकर चौंक गया. इसके बावजूद वह कल तक हनुमानजी पुत्र पवन जी को ढूंढता रहा. आखिर में यह जानकारी अपने अधिकारियों को दी.
इधर पोस्टमास्टर द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आधार कार्ड पर दर्ज मोबाइल नंबर 9680277444 इस समय स्वीच ऑफ आ रहा है. उन्होंने कहा कि शुरुआती तौर पर यह कार्ड विकास नामक युवक द्वारा बनवाये जाने की जानकारी मिली है लेकिन इस बारे में अंतिम रुप से मैं कुछ नहीं कह सकता.
दांतारामगढ के पोस्टमास्टर गोबराज ने कहा कि इस आधार कार्ड को आज वापस बेंगलूरु के पते पर भेज दिया जायेगा. उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि इस बारे में उच्चाधिकारियों को फिलहाल अवगत नहीं कराया गया है.