पटना : बुद्धा कॉलोनी के दुजरा का निवासी एक निजी स्कूल की नौवीं कक्षा का छात्र मुंबई घूमने के लिए 27 अगस्त को घर से भाग निकला और फिर माता-पिता की याद आयी, तो मंगलवार को लौट गया. सुबह में ही वह अपने परिजनों के साथ बुद्धा कॉलोनी पुलिस के पास पहुंचा और उसने बताया कि वह मुंबई घूमने के लिए भाग गया था.
इधर उसके भागने के बाद बुद्धा कॉलोनी थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया था और 17 दिन बाद भी जब वह नहीं मिला, तो परिजनों ने अपहरण की प्राथमिकी 15 सितंबर को दर्ज करा दी. प्राथमिकी दर्ज होने के एक दिन बाद ही वह लौट गया. पुलिस ने उसका बयान 164 के तहत न्यायालय में दर्ज कराया. बुद्धा कॉलोनी थानाध्यक्ष मुकेश चंद्र कुंवर ने बताया कि बयान कराने के बाद उसे परिजनों के हवाले कर दिया गया है.
* केवल फोन लेकर भागा : छात्र ने बताया कि घर से एक मोबाइल फोन लेकर बिना पैसे के ही ट्रेन में सवार होकर आरा पहुंच गया. वहां उसने एक टेंपो पर खलासी की नौकरी पकड़ ली और उससे उसे 150 रुपये मिले. उन पैसों से वह बनारस चला आया और यहां भी एक टेंपोचालक से नौकरी मांग ली और कुछ पैसे हुए तो वहां से मुंबई चला गया. वहां कभी होटल, तो कभी टेंपो पर नौकरी करने के बाद पेट पालने लगा और मुंबई भ्रमण भी करने लगा.
इसी बीच उसे अपने माता-पिता की याद आयी और वापस पटना चला आया. उससे जब यह पूछा गया कि उसने परिजनों को इस बात की जानकारी क्यों नहीं दी थी, तो उसने बताया कि यह बताने की क्या जरूरत थी. वह घर से मोबाइल फोन तो लेकर ही गया था. उससे किसी भी समय संपर्क हो सकता था.