योगेंद्र साव मामले में सीआइडी ने लिया जांच का जिम्मा
रांची : सीआइडी ने मंगलवार को पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव और उग्रवादी संगठनों के साथ उनके संबंध सहित पूरे मामले की जांच का जिम्मा ले लिया. हजारीबाग पुलिस ने दस्तावेज समेत जांच का जिम्मा सीआइडी अधिकारियों को सौंप दिया. सीआइडी की पांच सदस्यीय टीम सुबह 10 बजे हजारीबाग पहुंची. टीम का नेतृत्व सीआइडी एसपी […]
रांची : सीआइडी ने मंगलवार को पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव और उग्रवादी संगठनों के साथ उनके संबंध सहित पूरे मामले की जांच का जिम्मा ले लिया. हजारीबाग पुलिस ने दस्तावेज समेत जांच का जिम्मा सीआइडी अधिकारियों को सौंप दिया. सीआइडी की पांच सदस्यीय टीम सुबह 10 बजे हजारीबाग पहुंची. टीम का नेतृत्व सीआइडी एसपी एम तमिल वानन कर रहे थे. श्री वानन ने कहा : डीजीपी राजीव कुमार के निर्देश पर पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव मामले का चार्ज लेने आया हूं.
मामले से जुड़े सभी दस्तावेज हजारीबाग मनोज कौशिक ने सीआइडी को उपलब्ध कराये हैं. जांच के अनुसंधानकर्ता सीआइडी के एएसपी अनुरंजन किस्पोट्टा हैं. पूरे मामले का सुपरविजन कर एडीजी को रिपोर्ट सौंपी जायेगी.
* सर्किट हाउस जाकर दस्तावेज सौंपा
सूत्रों के अनुसार, सीआइडी एसपी ने पुलिस अधिकारियों से पूर्व कृषि मंत्री से जुड़े मामले में कार्रवाई की जानकारी ली. गिद्दी थाना कांड संख्या 48/14 में अब तक हुए कार्रवाई से संबंधित सभी दस्तावेज पुलिस ने सीआइडी टीम को सौंप दिये. उग्रवादी संगठन झारखंड टाइगर ग्रुप और झारखंड बचाओ आंदोलन संगठन के गिरफ्तार सरगना राजकुमार गुप्ता और मुकेश साव के दिये गये स्वीकारोक्ति बयान और न्यायालय में 164 का बयान संबंधित दस्तावेज भी सीआइडी टीम को सौंप दिये गये.
पूर्व कृषि मंत्री योगेंद्र साव के भाई पवन साव व टाइगर ग्रुप के सदस्य संदीप साव का स्वीकारोक्ति बयान भी सीआइडी टीम को सौंपे गये. मामले के अनुसंधानकर्ता बड़कागांव अंचल के इंस्पेक्टर अवधेश सिंह, गिद्दी थाना प्रभारी कमलेश प्रसाद व केरेडारी थाना प्रभारी अनिल सिंह शाम 5.30 बजे दस्तावेज लेकर सर्किट हाउस गये. इससे पहले सीआइडी एसपी एम तमिलवानन व एएसपी अनुरंजन किस्पोट्टा एसपी मनोज कौशिक से मिले.