एक रिसर्च के मुताबिक उबाऊ होती हैं सेल्फी
न्यू यॉर्क : अगर आप फेसबुक पर ज्यादा सेल्फीज शेयर करते हैं तो सावधान हो जाइये. वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च में पाया है कि यह आदत आपको अकेला कर सकता है. इसके अलावा आपको अपने दोस्त, परिजन से दूर कर देगा.
रिसर्च के मुताबिक फेसबुक और अन्य सोशल नेटवर्किग साइट पर बहुत सारे फोटो पोस्ट करने से करीबियों के दूर हो जाने या फिर रिश्तों में कमजोरी आने का खतरा पैदा हो जाता है. सेल्फीज सबसे ऊबाऊ किस्म की तसवीरें होती है और लोगों को वे बेमतलब लगती हैं. यूके के बर्मिंगम बिजनस स्कूल के मुख्य रिसर्चर डेविड हफटन ने बताया, करीबी दोस्तों और रिश्तेदारों के अलावा बाकी के दोस्तों को आपकी तसवीरों से ज्यादा कोई मतलब नहीं होता.
अमूमन सेल्फीज़ में कुछ भी नया और रोमांचक नहीं होता. इस वजह से बार-बार किसी की सेल्फीज या बेमतलब के फोटो देखने से लोगों के मन में उसके प्रति अरु चि पैदा हो जाती है. डेविड के मुताबिक यह बात याद रखनी चाहिए कि हम फेसबुक पर अपनी फ्रेंड लिस्ट में शामिल लोगों के लिए अपडेट्स और तस्वीरें शेयर करते हैं. मगर फ्रेंड लिस्ट में कई तरह के ग्रुप उन चीजों को देखते हैं, जैसे कि दोस्त, परिजन व जान पहचान के लोग. इनमें से हर ग्रुप आपके द्वारा शेयर की गयी सूचना को अलग तरह से देखता है.
कुछ के लिए आपकी पोस्ट्स मजेदार लग सकती है तो कुछ को नहीं. स्टडी में यह भी साफ हुआ है कि जिन लोगों ने दोस्तों और फैमिली इवेंट्स की बहुत ज्यादा तसवीरें शेयर कीं, उन्हें अपने रिलेशनशिप पार्टनर से सपोर्ट मिलना कम हो गया.
फेसबुक के इस्तेमाल पर कोई चार्ज नही
नयी दिल्ली : अब फेसबुक का इस्तेमाल करने के लिए कोई फीस देने की जरूरत नहीं पड़ेगी. दुनिया की टॉप सोशल नेटवर्किग साइट फेसबुक ने अपनी सेवाओं के लिए फीस वसूलने का फैसला वापस ले लिया है. मीडिया में आयी रिपोर्ट्स में कहा गया था कि फेसबुक एक नवंबर से अपनी सेवाओं के लिए 2.99 डॉलर मतलब करीब 185 रुपये हर महीने चार्ज करने की तैयारी में है.
फेसबुक ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि एक नवंबर से अपनी सेवाओं के लिए हर महीने 184 रु पये का शुल्क वसूलेगी. फेसबुक के सीइओ मार्क जुकरबर्क के हवाले से लिखा गया कि हमने बहुत सोच विचार के बाद अपनी सेवाओं के लिए शुल्क वसूलने का फैसला लिया है.
अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो भविष्य में हमारे लिए मुश्किलें बढ़ सकतीं हैं. सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें आने के बाद लोगों ने इसका जमकर विरोध किया. इसके बाद फेसबुक ने एक बयान जारी करके स्पष्ट किया कि फेसबुक ने ऐसा कोई भी फैसला नहीं लिया है. यह खबर महज एक अफवाह है.