दिल का दौरा पड़ने या अन्य स्थिति में व्यक्ति की सांस न चल रही हो या दिल न धड़क रहा तो सीपीआर (Cardiopulmonary Resuscitation)केजरिये व्यक्ति के दिल और फेफड़ों को पुन: होश में लाया जाता है. इसकी दो मुख्य प्रक्रियाएं हैं- मुंह द्वारा सांस भरना और छाती को दबाना. इसका काम दिमाग को ऑक्सीजन पहुंचाना होता है. अगर दिमाग को तीन मिनट भी ऑक्सीजन न मिले, तो मौत हो सकती है. अगर आप सीपीआर की जानकारी रखें, तो तत्काल उपचार से किसी कीजान बचा सकते हैं. इसकी विधि जानें.
सर्वप्रथम पीड़ित को किसी ठोस जगह पर लिटा दें और आप एक ओर घुटनों के बल बैठ जाएं. मुंह में उंगली डाल कर देख लें कि कुछ फंसा तो नहीं.
अपना एक हाथ का पंजा पीड़ित के छाती के बीच कीहड्डी के मध्य में रखें. यह स्थान छाती के मध्य में दोनों निप्पल के बीच में होना चाहिए.
इसके बाद दूसरे हाथ को पहले हाथ के ऊपर रखते हुए उंगलियों को बांध लें. अपनी बाजुओं और कोहनियों को सीधा रखें.
अब पीड़ित के छाती के हड्डियों को सीधा 1.5 से 2 इंच या 4 से 5 इंच तक नीचे दबाव दें. दबाव देने की यह प्रक्रिया प्रति मिनिट 100 की गति हो.
दबाव देने-छोड़ने की क्रिया एक बार में 30 बार करें. सीपीआर देते समय दो बार मुंह से मुंह में कृत्रिम सांस दें और 30 बार छाती पर दबाव देना चाहिए.
सांस देने के लिए रोगी के नाक को अपने बायें हाथ से दबा कर मुंह से दो बार सांस भरें. छाती पर दबाव और कृत्रिम सांस देने का अनुपात 30:2 रखें.
जब तक आपातकालीन सहायता प्राप्त न हो या पीड़ित सांस लेना शुरू न कर दे तब तक सीपीआर देना जारी रखें.
1 से 8 साल तक के बच्चे को सीपीआर देते समय छाती पर दबाव डालने के लिए एक हाथ के हथेली का ही प्रयोग करें (नवजात में 2 उंगलियों का प्रयोग)
दिल को संभालेंगे ये 4 एप्स
हम आपको आज कुछ ऐसे एप्लीकेशन के बारे में बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप अपने या अपनों के दिल का ख्याल रख सकते हैं. किसी को अचानक ब्लड प्रेशर की दिक्कत आ जाये या फिर हार्टबीट चेक करना हो, तो इन एप से कर सकते हैं. इन्हें अपने एप स्टोर पर सर्च कर डाउनलोड करें.
सीपीआर/चोकिंग : अगर किसी को दिल का दौरा पड़ जाये, तो सीपीआर एप की मदद से निर्देशों को पढ़ कर आप उस समय तुरंत मरीज को प्राथमिक उपचार दे सकते हैं. यह आइओएस के लिए उपलब्ध है.
आइबीपी ब्लड प्रेशर : यह टूल बीपी नापने का काम करता है. बस फोन की स्क्रीन टच करनी होगी. एप में दिये गये कलर आइकॉन से आप जान सकते हैं कि बीपी कितना है. यह आइओएस और एंड्रायड बेस्ड है.
इंस्टेंट हार्ट रेट : यह एप स्मार्टफोन कैमरे की मदद से पल्स रेट डिटेक्ट करता है. अपनी अंगुली को स्मार्टफोन कैमरे पर रखना होगा. कुछ सेकेंड बाद ही स्क्र ीन पर पल्स रेट दिखने लगेगा. यह भी सभी पर है.
एसओएस सायरन : यह इमरजेंसी के वक्त बस एक बटन दबाते ही सूचना देती है, जैसे किसी को हार्ट अटैक या गहरी चोट लगी हो तो मदद के लिए नंबर डायल करने की जरूरत नहीं. बस एक बटन दबानी होगी जिससे आपके फोन में सेव खास लोगों को इसकी खबर मिल जायेगी. यह आइओएस और एंड्रायड बेस्ड है.