हम मेहमानों के रिवाजों का सम्‍मान करते हैं : अमेरिका

वाशिंगटन : अमेरिका ने कहा कि दूसरे देशों से आने वाले मेहमानों के रिवाजों का अमेरिका पूरी तरह सम्‍मान करता है. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका आगमन पर उनके नवरात्र उपवास का विशेष ध्‍यान रखा जायेगा. व्‍हाइट हाउस की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि मोदी का उपवास उनके मेहमाननवाजी में कोई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 24, 2014 4:57 PM

वाशिंगटन : अमेरिका ने कहा कि दूसरे देशों से आने वाले मेहमानों के रिवाजों का अमेरिका पूरी तरह सम्‍मान करता है. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका आगमन पर उनके नवरात्र उपवास का विशेष ध्‍यान रखा जायेगा. व्‍हाइट हाउस की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि मोदी का उपवास उनके मेहमाननवाजी में कोई कमी नहीं आयेगी. राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता केटलिन हेडन ने कहा कि हम इस बात से अवगत है कि प्रधानमंत्री वाशिंगटन यात्र के दौरान उपवास रखेंगे.

पिछले कई वर्षों से अमेरिकी राष्ट्रपति की मेजबानी में आने वाले सभी मेहमानों की तरह हम अपने मेहमानों के रिवाजों का सम्मानजनक ढंग से ध्यान रखने के लिए सदैव काम करते हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति (बराक ओबामा) प्रधानमंत्री की सफल द्विपक्षीययात्राकी उम्मीद कर रहे हैं और हमें नहीं लगता कि यह (उपवास) किसी भी तरह कोई मुद्दा बनेगा. उन्होंने यह बात इस ओर ध्यान दिलाये जाने पर पीटीआई से कही कि नवरात्र उपवास के दौरान मोदी केवल तरल वस्तुएं, शहद के साथ नीबू पानी और एक कप चाय प्रति दिन लेते हैं.

उन्होंने इस बारे में कोई और ब्यौरा नहीं दिया कि 29 सितंबर को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की मेजबानी में होने वाले निजी रात्रि भोज में क्या पेश किया जायेगा. बहरहाल, व्हाइट हाउस हिस्टारिकल एसोसिएशन का मानना है कि रात्रिभोज का ब्यौरा बना लिया गया होगा. यह ब्यौरा यात्रा पर आये नेता की धार्मिक परंपराओं एवं मान्यताओं के सम्मान को ध्यान में रखते हुए बनाया गया होगा.

व्हाइट हाउस हिस्टारिकल एसोसिएशन की प्रवक्ता लारा एम क्लाइन ने कहा कि 1920 के दशक से विदेश मंत्रालय में प्रोटोकाल कार्यालय राष्ट्र प्रमुखों की यात्र से कई हफ्ते पहले उनके अग्रिम दल से मिलता है और यात्रा के प्रत्येक ब्यौरे पर काम किया जाता है जिसमें भोजन संबंधी सरोकार (पसंद या नापसंदगी) शामिल होती है. प्रधानमंत्री की आगामी यात्र के साथ भी ऐसा ही हुआ होगा. मैं जानती हूं वे पूरी तरह से हर वो चीज करेंगे जिससे उन्हें (मोदी को) सुविधा हो. इसके बारे में अग्रिम दल ने सूचनाएं साझा की होंगी.

इस बीच, नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कल कहा कि यह आम तौर पर सामान्य राजनयिक प्रचलन है कि जब हम कोई ऐसी बातचीत करते हैं जिसके बाद कोई भोज या अन्य खाद्य सामग्री होती है तो मेजबान पक्ष अनुरोध करता है और मेहमान, जो कि भारतीय पक्ष है, अपनी भोजन संबंधी पसंद का संकेत देता है. उन्होंने कहा, और मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि भोजन संबंधी पसंद का संकेत मेजबान (अमेरिका) को दिया जा चुका है और उन्होंने इस पर ध्यान दिया है तथा हर चीज उसके अनुरुप तैयार की जायेगी.

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