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‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ में मोदी का लेख:जल्द दिखेगा बदला भारत

अमेरिका पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’अखबार में एक लेख लिखा है. अखबार के वैचारिक (ओप-एड) में उन्होंने लिखा है-‘आनेवाले महीनों में आपको बदला हुआ भारत नजर आयेगा. भारत व्यापार, विचार, खोज, नवाचार और पर्यटन के लिए उदार बनने के साथ दोस्ताना रवैया भी अपनायेगा.’ अमेरिका को भारत का ‘स्वाभाविक वैश्विक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 27, 2014 3:04 AM

अमेरिका पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’अखबार में एक लेख लिखा है. अखबार के वैचारिक (ओप-एड) में उन्होंने लिखा है-‘आनेवाले महीनों में आपको बदला हुआ भारत नजर आयेगा. भारत व्यापार, विचार, खोज, नवाचार और पर्यटन के लिए उदार बनने के साथ दोस्ताना रवैया भी अपनायेगा.’ अमेरिका को भारत का ‘स्वाभाविक वैश्विक सहयोगी’ बताया है. पेश है प्रधानमंत्री का प्रेरणादायक लेख..

नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री

भारत में बदलाव की एक ऊंची लहर उठी है. इस साल मई में पूरे भारत में राजनीतिक स्थिरता, अच्छी सरकार और विकास के नाम पर वोट डाला. 30 साल में भारत में पहली बार 125 करोड़ लोगों के समूह ने लोकसभा में बहुमत की सरकार चुनी है. 80 करोड़ लोग हमारे देश में 35 साल से नीचे है. भारत इस वक्त आत्मविश्वास से लबरेज है. भारत की युवा शक्ति, ऊर्जा और आत्मविश्वास ही भारत की सबसे बड़ी शक्ति है.

हम बताना चाहते हैं कि हमारी सरकार सभी गैर जरूरी कानूनों, नियमों और लालफीता शाही को खत्म करने का काम करेगी. हम ये कोशिश करेंगे कि सरकार ज्यादा पारदर्शी और उत्तरदायी हो. हम देश में विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना चाहते है, जिसकी भारत को सख्त जरूरत है. इसीके जरिये हमारा देश विकास की रफ्तार को पकड़ पायेगा. 10 साल के भीतर चार करोड़ मोबाइल वाले हमारे देश में अब 90 करोड़ मोबाइल हो गये हैं.

स्मार्ट फोन के लिए दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है भारत. जब मैं कंप्यूटर की ताकत और उसकी स्टोरेज क्षमता के बारे में सोचता हूं, तो पाता हूं कि 20 साल में यह तेजी से बदला, अब मुझे पूरा यकीन है कि यह प्रयोग पारंपरिक एनर्जी में भी किया जा सकता है. सौर ऊर्जा के जरिये हजारों भारतीय गांवों में लोगों को आसानी से बिजली मिल सकेगी और वो किसी पावर प्लांट का इंतजार नहीं करेंगे.

देश को बनायेंगे उत्पादन केंद्र

हम अपने शहरों गांवों को ऐसा तैयार करेंगे कि वहां रहना सुगम हो और वो देश की तरक्की में भागीदार बने. हम भारत को उत्पादन का केंद्र बनाना चाहते हैं. हम सबके लिए 2019 तक टॉयलेट बनाना चाहता हैं, जबकि हमारी कोशिश है कि 2022 तक सबके सिर पर छत हो, मुङो पूरा यकीन है कि हमारा देश ऐसा कर पायेगा. मुझे ये भरोसा देश के उन तमाम लोगों की असाधारण कहानियों को सुन कर आता है, जिन्हें मैंने बरसों देश भर की यात्र के दौरान सुनी है. मुङो पूरा यकीन है कि तकनीक, गुड गवर्नेस, लोगों के सशक्तीकरण के जरिये हम लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं. पुराने का साथ, नये की तलाश : भारत अपने अंतरराष्ट्रीय दोस्तों के साथ पार्टनरशिप जारी रखेगा और नये को ढूंढ़ेगा. इतिहास गवाह है हम दुनिया के सामने हमेशा बांहे फैलाये खड़े रहते हैं. भारत हमेशा व्यापार, विचार, अनुसंधान, प्रयोग और पर्यटन के लिए खुला है, यहां आपको दोस्ती भरा माहौल मिलेगा. आपको ये बदलाव भारत जाने से पहले ही महसूस होने लगेगा. अमेरिका हमारा नैसर्गिक दोस्त है. अमेरिका में भारतीय समुदाय इसका जीता जागता उदाहरण है.

अमेरिका वैश्विक सहयोगी

अमेरिका हमारा स्वाभाविक वैश्विक सहयोगी है. भारत और अमेरिका अपने साझा मूल्यों के स्थायी और सार्वभौमिक औचित्य को मूर्त रूप देते हैं. अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी समुदाय का समृद्ध होना वास्तव में भारत-अमेरिका साझेदारी की अंतर्निहित शक्ति का एक लक्षण, उद्यम कौशल को विकसित करने वाले माहौल के लिए संभावना और कठोर परिश्रम का प्रतिफल है. एक-दूसरे की सफलता में भारत और अमेरिका की मूलभूत हिस्सेदारी और कई साझा हित जुड़े हैं. यह हमारी साङोदारी की अनिवार्यता भी है और एशिया एवं प्रशांत महासागर क्षेत्र में शांति, सुरक्षा तथा स्थायित्व लाने की दिशा में इसका विशेष महत्व भी है. साथ ही आतंकवाद और चरमपंथ जैसे अपूर्ण और तत्काल हल किये जानेवाले आवश्यक कार्यो, हमारी समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा, साइबर क्षेत्र तथा बाह्य अंतरिक्ष और वह सभी जिनका हमारे दैनिक जीवन पर गहरा प्रभाव रहा है. दुनिया भर में लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए भारत और अमेरिका की ताकत को समावेशी व व्यापक आधार पर प्रयोग किया जा सकता है. यह वैश्विक तौर पर गतिमान क्षण है. मैं दोनों देशों के भाग्य को लेकर आश्वस्त हूं, क्योंकि लोकतंत्र परिवर्तन का सबसे बड़ा और यदि सही परिस्थिति में हो तो , मानव जाति को विकसित होने का बेहतरीन अवसर प्रदान करता है एक-दूसरे के दृष्टिकोण के प्रति संवेदनशीलता और हमारी मित्रता के प्रति विश्वास के जरिये हम अपने समय की सबसे जरूरी वैश्विक चुनौतियों से निबटने के अधिक समन्वित अंतरराष्ट्रीय प्रयास करने का अवसर पा सकते हैं.

हमारी प्रेरणा भी

सूचना तकनीक में हमारी सामथ्र्य विशेष तौर पर आज के डिजिटल युग में नेतृत्व के लिए महत्वपूर्ण है. हमारा कारोबारी सहयोग समान राजनीतिक प्रणाली और कानून के शासन के प्रति साझा प्रतिबद्धता और सहूलियत पर निर्भर है.अमेरिका शिक्षा, नवाचार और विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत के लिए हमेशा प्रेरणास्नेत रहा है.

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