मॉस्को: नोबल शांति पुरस्कार प्राप्त पूर्व सोवियत नेता मिखाईल गोर्बाचेव को अस्तपाल में भर्ती कराया गया है. रूस की समाचार एजेंसी ने बताया कि उन्होंने जीवन की खातिर लड़ने के लिए लिए दृढ संकल्प जताया है.
रिया नोवोस्ती एजेंसी ने कल 83 वर्षीय गोर्बाचेव को यह कहते हुए उद्धृत किया एक सप्ताह से मेरी तबियत ठीक नहीं है और आज मैं अस्पताल में हूं मेरी तबीयत बिगड़ रही है. हालांकि ये नहीं बताया गया है कि वो कौन से अस्पताल में हैं और उन्हें क्या समस्या है.
गोर्बाचेव ने बताया कि उनके स्वास्थ्य की सतर्क निगरानी की जा रही है. उन्होंने इंटरफैक्स समाचार एजेंसी को बताया आप मुझे जानते हैं, मैं अपने जीवन की खातिर लड़ने के लिए दृढ़ संकल्प हूं. सोवियत संघ के अंतिम नेता को इससे पहले, 2013 में सामान्य जांच के लिए भर्ती कराया गया था.
खबरों के मुताबिक गोर्बाचेव हाल के वर्षों में काफी थके हुए और कमजोर नजर आने लगे थे. वो वह मधुमेह से ग्रस्त हैं.
गोर्बाचेव वर्ष 1985 में सोवियत नेता बने और तेजी से राजनीतिक सुधार तथ आर्थिक सुधार लागू किये जिन्हें क्रमश: ग्लासनोस्त और पेरेस्त्रोइका के नाम से जाना जाता है.
वर्ष 1991 में उनके सुधारों के चलते मास्को नियंत्रित गणराज्यों को स्वयं को स्वतंत्र घोषित करने के लिए पर्याप्त शक्ति मिल गई. उसके बाद रूस ने बेलारूस और यूक्रेन के साथ सोवियत संघ के विघटन के बारे में एक समझौते पर हस्ताक्षर किये.
गोर्बाचेव को इस विघटन से काफी दुख पहुंचा था. उन्होंने कहा था कि सुधार का उद्देश्य लड़खड़ाते हुए देश को आधुनिकीकरण के जरिये बचाना था विघटित करना नहीं.