जो बचपन में उंगली पकड़ कर चलना सिखाये, सुख-दुख में साये की तरह, जो हमेशा साथ रहे, गलतियां करने पर आंख दिखाये, सफलता में प्रोत्साहित करे. हमारी हर जरूरतों को समङो और समय पर उसे पूरा भी करे, हमारा ध्यान रखे.
वह और कोई नहीं हमारे पिता ही हैं. भले ही मां हमें जन्म देती हैं, पर पालन-पोषण, परवरिश और भविष्य को बेहतर बनाने में एक पिता का महत्वपूर्ण योगदान रहता है. उन्हीं के सम्मान के लिए हर वर्ष फादर्स डे मनाया जाता है. इसे मनाने के पीछे कारण चाहे जो भी हो, भावना एक ही होती है. अपने पिता का आदर और सम्मान करना. यह दिन एक पिता के लिए बेहद खास होता है.
कब हुई थी इस दिन की शुरुआत
सबसे पहले फादर्स डे 19 जून, 1910 को वाशिंगटन में मनाया गया था. इसे मनाने की शुरुआत सोनेरा स्मार्ट डोड नाम की एक लड़की ने की थी. सोनेरा अपने पिता से बेहद प्यार करती थी. बचपन में ही उसकी मां का देहांत हो गया था. सोनेरा के पिताजी विलियम स्मार्ट ने अकेले ही सोनेरा और उसके पांच भाई-बहनों की देखभाल की. एक बार सोनेरा ने कई बच्चों को साथ में मिल कर मदर्स डे मनाते हुए देखा था, तब ही सोनेरा के मन में ख्याल आया कि जब वर्ष का एक दिन मां के नाम हो सकता है, तो एक दिन पिता के नाम पर क्यों नहीं. उसके पिता का जन्मदिन जून के महीने में आता था, इसलिए उसने तय किया कि फादर्स डे जून के महीने में ही मनाया जाये.
इस तरह 19 जून, 1910 को पहली बार फादर्स डे मनाया गया. सन 1924 में अमेरिकी राष्ट्रपति कैल्विन कोली ने राष्ट्रीय स्तर पर फादर्स डे मनाने के विचार पर अपनी सहमति प्रकट की. फिर 1966 में राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने जून के तीसरे रविवार को फादर्स डे मनाने की आधिकारिक घोषणा की. 1972 में अमेरिका में फादर्स डे पर स्थायी अवकाश घोषित हुआ. फिल्हाल पूरे विश्व में जून के तीसरे रविवार को फादर्स जे मनाया जाता है.
अनोखा है यह दिवस
भले फादर्स डे या मदर्स डे को पश्चिम का अनुसरण करना कहा जाये, लेकिन यदि किसी एक दिन खास माता या पिता के लिए हो, तो उसमें बुराई क्या है. उनके प्रति अपने प्रेम का इजहार करने का यह दिन अनूठा है.
बच्चों की नजर में पापा
यूं तो मां के मुकाबले पापा का गुस्सा ज्यादा होता है, इसलिए पापा से बच्चे ज्यादा डरते भी हैं, पर कभी न कभी कुछ ऐसी बातें हो जाती हैं, जो पापा के अंदर हमारे लिए जो प्यार छिपा होता है, वह सामने आ ही जाता है. आइये हम भी शेयर करते हैं कुछ बच्चों की यादें, जो उन्हें उनके पापा के और करीब खींच ले आयी.
पापा यू आर ग्रेट
राहुल : मेरी लाइफ में मेरे पापा बहुत ही खास हैं. मैं उन्हें अपना आदर्श मानता हूं. मैं कोशिश करता हूं कि मैं ऐसा कोई काम न करूं , जिससे मेरे पापा को तकलीफ हो. कई बार ऐसा होता है कि जब मैं किसी बात से रुठ जाता हूं या फिर दोस्तों से नाराज हो जाता हूं, तो पापा मुङो मनाने में जी-जीन लगा देते हैं. वो मुङो बहुत हंसाते हैं.
मेरे पापा सुपर हीरो
प्रियम : मेरे पापा मेरे लिए किसी सुपर हीरो से कम नहीं. जिस तरह सुपर हीरो दूसरों की मदद करता है और लोगों को मानता है, मेरे पापा भी वैसे ही हैं. मैंने कई महत्वपूर्ण बातें पापा से सीखी हैं. मेरी गलतियों पर पापा मुङो डांटते नहीं, बल्कि हर एक बात अच्छी तरह से समझाते हैं.
पापा का सरप्राइज गिफ्ट
शुभ-लाभ : मेरे लिए वह दिन बहुत खास था, जब मेरे बर्थ डे पर पापा ने मुङो एक सरप्राइज गिफ्ट दिया. मुङो वीडियो गेम का बहुत शौक था. कई बार मैंने मम्मी से कहा भी था, पर उन्होंने नहीं खरीदा. शायद यह बात पापा को मालूम हो गयी और मेरे जन्मदिन की सुबह ही वे एक बड़ा-सा वीडियो गेम मेरे लिए ले आये. मैं और मेरा छोटा भाई, पापा को बहुत प्यार करते हैं. वे हमारा हर शौक पूरा करते आये हैं.
पापा हैं सबसे अच्छे दोस्त
पलक : मैं अपने पापा से बेहद प्यार करती हूं. जब मैं बीमार पड़ जाती हूं, तो पापा बहुत ही परेशान हो जाते हैं. वह रात भर जगे रहते हैं. पापा से अच्छा दोस्त मेरे लिए कोई और नहीं.
डैडी कहूं या डैडू
विश्व में देश और भाषा भले ही अलग हो, लेकिन पिता का ओहदा सभी जगह सबसे ऊंचा है. विश्व में 130 भाषाओं में पिता के लिए अलग-अलग शब्द प्रयोग होते हैं.
संस्कृत पितृ
हिंदी पिताजी
डच पापा
अंग्रेजी फादर, डैड
अफ्रीकन वदर
फ्रें च पाप
जर्मन पपी
बांग्लादेश अब्बा
ब्राजिल पाई
हंगेरियन अपा
इंडोनेशिया बापा
इटली बब्बो
जापान ओटोसान
लैटिन पटर, अट्टा
केन्या बाबा
नेपाल बुवा
फारसी बाबा, पिदर
पुर्तगाल पाई
स्पेनिश टाटा
स्वीडिश पप्पा
तुर्की बाबा