विधानसभा चुनाव: पहले चरण की अधिसूचना जारी, जोड़-तोड़ में जुटे दल

विधानसभा चुनाव के पहले चरण की अधिसूचना जारी होते ही राजनीतिक दल जोड़-तोड़ में लग गये. दूसरे दलों के तीन विधायक और तीन पूर्व आइपीएस अधिकारी भाजपा में शामिल हो गये हैं. उधर, कांग्रेस और झामुमो के बीच गंठबंधन की बात एक बार फिर आगे बढ़ी है. दोनों दल एक साथ चुनाव लड़ने पर लगभग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2014 1:53 AM

विधानसभा चुनाव के पहले चरण की अधिसूचना जारी होते ही राजनीतिक दल जोड़-तोड़ में लग गये. दूसरे दलों के तीन विधायक और तीन पूर्व आइपीएस अधिकारी भाजपा में शामिल हो गये हैं. उधर, कांग्रेस और झामुमो के बीच गंठबंधन की बात एक बार फिर आगे बढ़ी है. दोनों दल एक साथ चुनाव लड़ने पर लगभग सहमत हो गये हैं. सीटों के बंटवारे पर सहमति बन गयी, तो दोनों एक साथ चुनाव लड़ सकते हैं.

सत्येंद्र, ढुल्लू, माधव राणा भाजपा में शामिल
रांची: झाविमो के दो विधायक ढुल्लू महतो व सत्येंद्र नाथ तिवारी, कांग्रेस विधायक माधव लाल सिंह सहित तीन पूर्व आइपीएस अधिकारी अमिताभ चौधरी, लक्ष्मण सिंह व शीतल उरांव मंगलवार को भाजपा में शामिल हो गये. इसके अलावा झाविमो के केंद्रीय उपाध्यक्ष गौतम सागर राणा और सिमडेगा से इसी पार्टी के नेता किशोर एक्का ने भी भाजपा का दामन थाम लिया. भाजपा के प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवींद्र कुमार राय और अर्जुन मुंडा ने सभी को पार्टी की सदस्यता दिलायी.
बिना शर्त भाजपा में जाने का दावा
भाजपा में शामिल होनेवाले नेताओं ने कहा कि वे बिना शर्त भाजपा में शामिल हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा से जुड़ कर देश व राज्य को विकास के रास्ते पर ले जाना चाहते हैं. इन नेताओं के साथ उनके समर्थक और कार्यकर्ताओं ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय और अजरुन मुंडा के अलावा पार्टी नेता अजय नाथ शाहदेव व मुख्यालय प्रभारी गामा सिंह समेत कई नेता उपस्थित थे.
क्या कहा भाजपा में शामिल होनेवालों ने
कांग्रेस में भ्रष्टाचार की गंगोत्री है माधव लाल सिंह
आनेवाला समय भाजपा का है ढुल्लू महतो
देश में मोदी की लहर सत्येंद्र नाथ तिवारी
सैनिक के रूप में काम करूंगा अमिताभ चौधरी
देश के सच्चे सपूत हैं नरेंद्र मोदी लक्ष्मण सिंह
झारखंड में पूर्ण बहुमत की सरकार जरूरी शीतल उरांव
कांग्रेस ने आदिवासियों व इसाइयों को छला किशोर एक्का
साथ लड़ने पर झामुमो कांग्रेस में बढ़ी बात
रांची: प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के गंठबंधन के खिलाफ आ रहे बयान के बाद पार्टी आलाकमान ने झामुमो के साथ मिल चुनाव लड़ने की संभावनाओं को खारिज नहीं किया है.
ताजा घटनाक्रम में कांग्रेस आलाकमान ने गंठबंधन पर बातचीत करने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दिल्ली बुलाया. हेमंत सोरेन मंगलवार को दिल्ली गये. दोपहर को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद के साथ बातचीत की. कांग्रेस और झामुमो में एक साथ चुनाव लड़ने पर सहमति बन गयी है. सूत्रों के अनुसार, बीके हरिप्रसाद ने हेमंत सोरेन को आश्वस्त किया है कि पार्टी झारखंड में गंठबंधन कर ही चुनाव लड़ना चाहती है. झामुमो ने 50 सीटों पर दावा करते हुए, इसकी सूची सौंपी थी. बताया जाता है कि हरिप्रसाद ने हेमंत सोरेन से कहा कि सीटों पर पुनर्विचार होना चाहिए. इस पर हेमंत सोरेन ने उन्हें बताया कि कहां झामुमो मजबूत स्थिति में और कहां कांग्रेस. हेमंत ने कहा कि झामुमो ने अपनी सूची सौंपी है, अब कांग्रेस बताये कि उसे क्या करना है. हेमंत सोरेन ने कांग्रेस आलाकमान के सामने कहा कि भाजपा को रोकने के लिए गंठबंधन के तहत चुनाव लड़ना जरूरी है. अभी सरकार भी गंठबंधन के तहत चल रही है. ऐसे में अलग-अलग लड़ने से लोगों के बीच गलत संदेश जायेगा. इसके बाद देर रात तक सीटों के बंटवारे को लेकर बैठक हुई, पर कोई नतीजा नहीं निकला. बताया जाता है कि बुधवार को भी दोनों दलों के बीच बैठक होगी.
कांग्रेस केफॉर्मूलेसे झामुमो सहमत नहीं
सीटों के बंटवारे पर हुई बैठक में कांग्रेस ने हेमंत सोरेन को 36-36 सीट का फॉर्मूला दिया. नौ सीटें राजद को देने की बात कही गयी है. हालांकि हेमंत सोरेन ने इस पर असहमति जतायी है. उन्होंने 42 से अधिक सीट की मांग की है. अब बुधवार को फिर से बैठक में सहमति बनाने का प्रयास किया जायेगा. सूत्रों के अनुसार, तय किया गया है कि गंठबंधन में झामुमो सबसे बड़ा दल होगा.

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