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लाइबेरिया में धीमी पड रही है इबोला की रफ्तार

संयुक्त राष्ट्र : विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि इबोला महामारी से सर्वाधिक प्रभावित लाइबेरिया में राहत की एक उम्मीद दिखी है जहां इस बीमारी की संक्रमण दर धीमी हो रही है लेकिन संकट अभी समाप्त होने वाला नहीं है. संगठन (डब्ल्यूएचओ) के क्रियान्वयन मामलों के प्रभारी और सहायक महानिदेशक ब्रुस एलवार्ड ने जिनेवा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 30, 2014 11:45 AM

संयुक्त राष्ट्र : विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि इबोला महामारी से सर्वाधिक प्रभावित लाइबेरिया में राहत की एक उम्मीद दिखी है जहां इस बीमारी की संक्रमण दर धीमी हो रही है लेकिन संकट अभी समाप्त होने वाला नहीं है. संगठन (डब्ल्यूएचओ) के क्रियान्वयन मामलों के प्रभारी और सहायक महानिदेशक ब्रुस एलवार्ड ने जिनेवा मुख्यालय में संवाददाताओं को यह जानकारी दी.

उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि लाइबेरिया में इबोला की गति धीमी हो रही है.’’ हालांकि उन्होंने इस बीमारी के संबंध में मिले हालिया आंकडों से कोई नतीजा निकालने में सावधानी से काम करने को कहा. उन्होंने कहा कि इस नतीजे पर नहीं पहुंच जाना चाहिए कि लाइबेरिया में इबोला नियंत्रण में है. एलवार्ड ने कहा कि इस महामारी से निपटने के लिए संघर्षरत अधिकारियों को उम्मीद की किरण दिखी है लेकिन रफ्तार धीमी पडने के पीछे के कारणों का उन्हें अध्ययन करना होगा.

उन्होंने कहा, ‘‘ रोजमर्रा के आधार पर मामलों की संख्या में थोडी बहुत कमी और इसे पूरी तरह समाप्त करने में बहुत बडा अंतर है.’’ इबोला को एक बहुत , बहुत खतरनाक बीमारी बताते हुए एलवार्ड ने कहा कि उन्हें आशंका है कि इस सूचना की गलत तरीके से व्याख्या हो सकती है. उन्होंने कहा, ‘‘ यह ऐसा कहने के बराबर है कि आपका पालतू टाइगर काबू में है.’’ एलवार्ड ने कहा कि इबोला ने गिनी के साथ ही सियरा लियोन के विभिन्न हिस्सों में भारी आतंक फैलाया हुआ है. डब्ल्यूएचओ ने कल इबोला के संबंध में जारी किए गए ताजा आंकडों में बताया था कि छह प्रभावित देशों में 27 अक्तूबर तक 13, 703 मामले सामने आए हैं तथा 4,922 मौतें हुई हैं.

डब्ल्यूएचओ के अनुसार इबोला से प्रभावित छह देशों में गिनी, लाइबेरिया, माली, सियरा लियोन, स्पेन और अमेरिका हैं. नाइजीरिया और सेनेगल भी इससे पीडित रहे हैं. कुल 521 स्वास्थ्य सहायता कर्मी इबोला संक्रमण की चपेट में आए हैं जिनमें से 272 की मौत हो चुकी है. इस बीच , संयुक्त राष्ट्र के इबोला आपदा प्रतिक्रिया मिशन के प्रमुख टोनी बानबुरी ने घाना में संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत सामंथा पावर के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस बीमारी से निपटने के लिए विभिन्न सरकारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य कर्मियों , संसाधनों और क्षमताओं को व्यवस्थित तरीके से लगाया गया है.

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