झाविमो ने 30 सीट का दिया है प्रस्ताव
रांची : झाविमो के महासचिव प्रवीण सिंह ने कहा कि कांग्रेस, झाविमो, राजद और जदयू के साथ अब तक गंठबंधन पर सहमति नहीं बनी है. कांग्रेस के एक नेता की वजह से अभी भी गंठबंधन का पेच फंसा हुआ है. झाविमो ने गंठबंधन को लेकर प्रस्ताव दिया है. पार्टी दो नवंबर तक गंठबंधन को लेकर […]
रांची : झाविमो के महासचिव प्रवीण सिंह ने कहा कि कांग्रेस, झाविमो, राजद और जदयू के साथ अब तक गंठबंधन पर सहमति नहीं बनी है. कांग्रेस के एक नेता की वजह से अभी भी गंठबंधन का पेच फंसा हुआ है. झाविमो ने गंठबंधन को लेकर प्रस्ताव दिया है. पार्टी दो नवंबर तक गंठबंधन को लेकर इंतजार करेगी.
अगर बात नहीं बनी, तो इसी दिन प्रथम चरण में होनेवाले विधानसभा प्रत्याशियों की सूची जारी की जायेगी. श्री सिंह दिल्ली से लौटने के बाद पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि गंठबंधन में सीट को लेकर कोई झगड़ा नहीं है. गंठबंधन को लेकर दिल्ली में गुरुवार को राजद नेता प्रेमचंद गुप्ता की अध्यक्षता में बैठक हुई थी. इसमें गंठबंधन का पूरा खाका तैयार हो गया था.
इसके बाद कांग्रेस के एक नेता ने विरोध कर दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा के विरोधी दलों का बिखराव नहीं हो, इसलिए पार्टी गंठबंधन करने को तैयार हुई है. वहीं झाविमो की तैयारी 57 सीटों पर है. बात नहीं बनी, तो अकेले चुनाव लड़ेंगे.
क्या है झाविमो का प्रस्ताव
झाविमो ने गंठबंधन को लेकर 30 सीटों का प्रस्ताव दिया है. गंठबंधन में कांग्रेस को 40 सीटें, राजद को नौ सीटें और जदयू को दो सीटें देने की बात हुई है. श्री सिंह ने बताया कि राजद बाबूलाल के नेतृत्व में चुनाव लड़ने को लेकर सहमत है. पर कांग्रेस इसका विरोध कर रही है.